नारेबाजी करते हुए कार्यालय प्रांगण में धरने पर बैठ गए। उपायुक्त एवं सहायक आयुक्त ने व्यापारियों से वार्ता की। विभागीय कार्रवाई पर सवाल उठाए। अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि सरकार के निर्देश पर सर्वे किया जा रहा है। इसमें घबराने की जरूरत नहीं हैं। क्योंकि सर्वे का उदेश्य अधिक GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी से अधिक व्यापारियों के व्यापार का जीएसटी पंजीयन करना है। इसलिए यदि व्यापारी का व्यापार जीएसटी पंजीयन की सीमा के भीतर नहीं आता है तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। व्यापारी प्रतिष्ठान या फर्म पर जीएसटी पंजीयन का बोर्ड अवश्य जानकारी सार्वजनिक करें।

दो बच्चों की मां को भगा ले जा रहा था युवक, पकड़ा गया तो कर ली आत्महत्या

बाजारों में होगा जीएसटी अधिकारियों विरोध: बाजारों में जीएसटी को लेकर बाट जाएंगे पर्चे, व्यापारी बोले सर्वे छापे बर्दाश्त नहीं , सभी व्यापार मंडल विरोध में उतरे

बाजारों में जीएसटी टीम का विरोध अब बड़े पैमाने पर होगा। इस दौरान सर्वे छापे के खिलाफ पर्चे छापे मारे जाएंगे। GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी इस दौरान बाजारों में छापे मारे जाएंगे। लखनऊ व्यापार मंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा उप्र आर्दश व्यापार मंडल ने भी जीएसटी छापे को गलत बताया है।

लखनऊ व्यापार मंडल की बैठक की अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल ने की है। एसटी विभाग के द्वारा बाजारों में किए जा रहे सर्वे छापे के विरोध में व्यापारियों में काफी आक्रोश देखने को मिला। स्थिति यह थी कि नीलमथा पर दुकानें बंद कर दी गई थी।

जीएसटी सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी

जीएसटी सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी

प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने जीएसटी सर्वे का विरोध किया है। जिलाध्यक्ष सौरभ शर्मा ने कहा कि जीएसटी संग्रह बढ़ाने के नाम पर जीएसटी विभाग व्यापारियों का उत्पीड़न करना चाहता है। अगर छापेमारी या सर्वे बंद नहीं किया तो व्यापार मंडल बहुत जल्द व्यापारियों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करेगा।

जीएसटी विभाग का कहना है कि कई व्यापारी शून्य लेनदेन दिखा रहे हैं। इसलिए सर्वे किया जा रहा है। रुड़की में पत्रकार वार्ता में प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिलाध्यक्ष सौरभ शर्मा ने कहा कि सर्वे के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न सहन नहीं होगा। जिला महामंत्री विश्वतोष सिंह ने कहा कि संगठन पदाधिकारियों ने कई बार जीएसटी विभाग में जाकर अधिकारियों से वार्ता की। कहा किसी से कोई दिक्कत है उसके लिए कार्यालय में व्यवस्था करें । व्यापारी वहीं आकर अधिकारियों से मिलेगा और जो जानकारी अधिकारी चाहते हैं वह दी जाएगी। जिला कोषाध्यक्ष विभोर अग्रवाल ने कहा कि संगठन सर्वे का विरोध इसलिए कर रहा है कि व्यापारी भयभीत हैं। व्यापारियों में भय का वातावरण बना हुआ है। तीन-तीन, चार-चार घंटे अधिकारी व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर बैठकर गहनता से जांच कर रहे हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद गोयल ने कहा कि संगठन की प्रदेश स्तर पर वार्ता हुई है और एक निर्णय लिया गया है कि व्यापार मंडल पदाधिकारी व्यापारियों के साथ सर्वे का विरोध करेंगे। सर्वे के विरोध में आंदोलन किया जाएगा।

सर्वे के विरोध में सड़कों पर उतरे व्यापारी, कलक्ट्रेट-जीएसटी कार्यालय का घेराव

सर्वे के विरोध में सड़कों पर उतरे व्यापारी, कलक्ट्रेट-जीएसटी कार्यालय का घेराव

जिलेभर में जीएसटी विभाग के सर्वे के विरोध में व्यापारी सड़कों GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी पर उतर आए। सोमवार को कलक्ट्रेट, जीएसटी कार्यालय और कालाआम चौराहे पर व्यापारियों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया। व्यापारियों का आरोप था कि जीएसटी विभाग द्वारा सर्वे के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। इसको लेकर व्यापारी संगठनों ने जिलेभर में प्रशासनिक और जीएसटी अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा। वहीं जीएसटी टीमों के सर्वे से व्यापारियों में खौफ के GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी साथ उबाल भी रहा। इसी के चलते व्यापारियों ने दुकानों के शटर गिरा दिए।

उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उप्र, पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, उद्योग व्यापार मंडल (नरेन्द्र) के बैनर तले GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी सोमवार को व्यापारियों ने जीएसटी अधिकारियों के खिलाफ सर्वे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। सबसे पहले उद्योग व्यापार मंडल (नरेन्द्र) के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापारी प्रदर्शन करते GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने बैठकर अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष नरेश गोयल के नेतृत्व में कलक्ट्रेट गेट पर पहुंचे। यहां नारेबाजी करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद जीएसटी कार्यालय पहुंचे। जहां प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों के सामने अपनी समस्याएं रखीं। वहीं उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल उप्र के जिलाध्यक्ष दीपू गर्ग के नेतृत्व में व्यापारी डीएम रोड स्थित जीएसटी कार्यालय पहुंचे। अफसरों पर सर्वे के GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी नाम पर मनमानी का आरोप लगाया।

जीएसटी छापेमारी के विरोध में उतरे व्यापारी, विधायक का घेराव

महानगर अध्यक्ष ने कहा कि जीएसटी GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी विभाग द्वारा सर्वे के नाम पर व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। व्यापारियों द्वारा ईमानदारी से टैक्स दिया जा रहा है जिससे सरकार की जीडीपी दर में निरंतर बढ़ोत्तरी हो रही है।

फिरोजाबाद, जागरण टीम : जीएसटी विभाग द्वारा की जा रही छापेमारी के विरोध में रविवार को सुबह दस बजे व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने सदर विधायक का घेराव किया। उन्हें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें उत्पीड़न बंद न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई। उप्र उद्योग व्यापार मंडल GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी के प्रांतीय अध्यक्ष मुकुंद मिश्रा के आह्वान पर व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष अंबेश शर्मा के नेतृत्व में काफी संख्या में व्यापारी गांधी पार्क में एकत्रित हुए। यहां जुलूस निकाल कर, नारेबाजी करते हुए आर्य नगर स्थित सदर विधायक मनीष GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी असीजा के आवास पर पहुंचे। यहां विधायक का घेराव करने के साथ मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।

CM और वित्त मंत्री से करेंगे शिकायत, GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी

देहरादून: प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने जीएसटी सर्वे (GST survey) और छापेमारी के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी का आरोप लगाया है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार के हर कदम के साथ व्यापारी वर्ग कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है, लेकिन जीएसटी के नाम पर अधिकारी सरकार को गलत जानकारी दे रहे हैं. इस मामले को लेकर GST सर्वे के विरोध में उतरे व्यापारी व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री से मुलाकात करेगा. इसके बाद भी अगर व्यापारियों की मांग पूरी नहीं होती तो उन्हें लामबंद होकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा.

बीते रोज गुरुवार को प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के सलाहकार समिति की बैठक हुई. बैठक के बाद व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष अनिल गोयल ने कहा कि व्यापारी पहले से ही विभिन्न प्रकार के टैक्स पूरी ईमानदारी के साथ जमा कर रहे हैं लेकिन अब टैक्स संग्रह बढ़ाने के नाम पर व्यापारी वर्ग का उत्पीड़न किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार हमारे साथ बैठकर वार्ता करे और हम पूरी तरह से सरकार का सहयोग करने को तैयार हैं.

रेटिंग: 4.73
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 806