शेयर मार्केट में गिरावट से जब सब लोग डरे हो और नुकसान के डर से शेयर बेच रहे हो तो आप निडर हो जाओ यानी शेयर खरीद लो, और बढ़ते मार्केट में जब सब लोग लालची (निडर) हो जाये तो आप डर जाओ यानी शेयर बेच देंWarren buffet (दुनिया के सबसे बड़े शेयर मार्केट के खिलाड़ी)

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स

भारत में अब शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बहुत से लोग शेयर बाजार में नए-नए है, जिन्हें शेयर बाजार कैसे काम करता है, इसका बिल्कुल भी पता नहीं है. ऐसे में वह अपना नुकसान कर लेते हैं और फिरशेयर मार्केट को हमेशा के लिए छोड़ देते हैं. आपके साथ भी ऐसा नहीं हो, इसलिए आज हम आपके लिए शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स लेकर आए हैं, जिन्हें आजमाकर अपनी मेहनत की पूंजी को खोने से बच सकते हैं.

शेयर मार्केट में गिरावट से जब सब लोग डरे हो और नुकसान के डर से शेयर बेच रहे हो तो आप निडर हो जाओ यानी शेयर खरीद लो, और बढ़ते मार्केट में जब सब लोग लालची (निडर) हो जाये तो आप डर जाओ यानी शेयर बेच दें

Warren buffet (दुनिया के सबसे बड़े शेयर मार्केट के खिलाड़ी)

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए हम नीचे दिए कुछ महत्त्वपूर्ण टिप आजमा सकते हैं:-

  • सब जिस कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं, उसके आप भी खरीद लो. ये सबसे बड़ी बेवकूफी है, कभी भी लोगों की देखा-देखी में पैसे ना लगाए.
  • अपनी पूरी पूंजी एक साथ शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कभी ना करें, हमेशा कुछ हिस्सा ही लगाए.
  • कभी भी सारा पैसा एक कंपनी में ना लगाए, हमेशा अलग-अलग कंपनियों में पैसे लगाएं, अगर कुछ नुकसान में रहती है तो कुछ आपको फायदा दिल सकती हैं. कम से कम कंपनीज में अपना पैसा लगाएं
  • जिस कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं, उसके बारे में पहले रिसर्च करे : जैसे – लोन कितना है, कंपनी के सर्विस और प्रोडक्ट की मार्केट में कितनी पकड़ है, पिछले वर्षो से कितने मुनाफे में रह रही है, क्या इसका प्रोडक्ट या सर्विस भविष्य में भी काम आती रहेगी और कंपनी के पास कितनी सम्पति शेयर बाजार के नुकसान है. इन बातों से आप कंपनी की मजबूती जान लेंगे
  • हमेशा लम्बे समय के लिए पैसे लगाए, कभी भी एक-दो महीने के लिए पैसे न लगाए, कुछ सालो के लिए पैसे इन्वेस्ट करें. कंपनी के शेयर कम ज्यादा होते रहते हैं, अगर आप कम समय के लिए निवेश करते हैं तो नुकसान कर सकते हैं, आप 2 साल, 5 साल, 10 साल ऐसे लगा सकते हैं
  • ट्रेडिंग करने से बचे, यानी एक दिन या कुछ दिन के लिए शेयर खरीदे और बेच दिए. जैसे आज भाव बढ़ने वाले हैं, आपने खरीदे और शेयर बाजार के नुकसान फिर शाम को या अगले कुछ दिन में बेच दिए. ऐसे में ज्यादातर नुकसान ही होता है, किसी को भी कुछ पता नहीं रहता हैं कि आज मार्केट उपर जायेगा या नीचे.
  • स्टॉप लोस का सख्ती से पालन करें, स्टॉप लोस का मतलब है, शेयर एक तय कीमत से नीचे जानें पर बेचा जाता है(जैसे 100 का शेयर है तो आप 90 स्टॉप लोस रखलो तो जैसे ही 90 पर शेयर आए तो बेचा जाता है). जिससे आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं. कई बार अचानक हुई कोई घटना, कंपनी से जुड़ी कोई बुरी खबर या कोई घोटाला आदि के कारण किसी कंपनी के शेयर प्राइस अचानक से गिर सकते हैं.
  • कभी भी गिरते हुए शेयर को ना खरीदे, अक्सर हम सोच लेते हैं कि इतना तो गिर गया अब और क्या गिरेगा. लेकिन ध्यान रहे शून्य भी होता है और शून्य तक शेयर जा भी सकता है. इसलिए जब शेयर गिर रहा है तो उसे रुकने दे और आपको विश्वास है की ये कंपनी मजबूत है, शेयर की कीमत बढ़ेगी तो आप शेयर को किसी प्राइस पर रुकने दे और जब वह वापस बढ़ने लगे तो आप खरीदें.
  • जब सब लोग लालच में खरीद रहे हैं, कि ये इस कंपनी के शेयर और उपर जाएंगे, वह शेयर रोज highबना रहा है तो आप उस शेयर को बेच दे. क्योंकि वह शेयर मार्केट की तरह परफॉर्म नहीं कर रहा है और वह जल्दी ही गिर जाता है. जब अच्छी कंपनी होने बावजूद लोग बेच रहे हैं और रोज low बना रहा है तो आप शेयर खरीद ले.
  • बड़े इन्वेस्टर्स पर नजर रखें, वो जिस कंपनी के शेयर खरीद रहे हैं, उसके आप भी खरीदों और जिसके बेच रहे हैं उसके आप भी बेच दो. बड़े इन्वेस्टर में म्यूच्यूअल फण्ड कंपनीज, इंटरनेशनल इन्वेस्टर, इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर के पास बहुत ही अनिभावी टीम होती है. ये शेयर बाजार के नुकसान बहुत ज्यादा पैसे लगाते हैं, ये किसी कंपनी में तभी पैसे लगायेंगे जब वह कुछ अच्छा करने वाली होती है.
  • शेयर मार्केट के बारे में सटीक पता लगाना शेयर बाजार के नुकसान किसी के बस की बात नहीं है, सभी रिसर्च करके लम्बे समय के लिए पाको बता सकते हैं. अगर आप कुछ पेड सर्विस लेकर शेयर मार्केट में पैसे लगा रहे हैं तो संभाल जाये. हमेशा स्वयं रिसर्च करें और उसके बाद ही पैसे लगाए.

दोस्तों, आपको ये आर्टिकल कैसा लगा, हमने अपने अनुभव और सीखे हुए के आधार पर शेयर बाजार में नुकसान से बचने के टिप्स आपको बताए हैं. आपको कमेंट बॉक्स में अपनी राय जरुर लिखें.

कुछ सवाल जो आपके दिमाग में आ सकते हैं

शेयर मार्केट में पैसे क्यों डूब जाते हैं?

पैसे डूबने का सबसे बड़ा कारण है हमें शेयर मार्केट की समझ नहीं होना, ऐसे में हम नुकसान कर लेते हैं. हम बिना किसी रिसर्च के शेयर मार्केट में पैसे लगा देते हैं और फिर नुकसान हो जाता है तो शेयर बाजार को दोष दे देते हैं.
जिस कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हैं उसके बारे में सभी जानकरी जुटाए फिर ही उसके शेयर खरीदे. इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए ये आर्टिकल पढ़ें

शेयर मार्केट में हर बार फायदा कैसे कमायें?

शेयर मार्केट में हम पूरी रिसर्च के साथ 10 शेयर बाजार के नुकसान या अधिक कंपनियों में हमारा पैसा लगायेंगे तो कभी नुकसान नहीं होगा, इससे हमें हर बार फायदा होगा. अगर 10 में से 3 कंपनी नुकसान देती भी है तो बाकी की शेयर बाजार के नुकसान 7 कंपनी के शेयर आपको फायदा दिलाएंगी ही अगर आपने पूरी रिसर्च करके शेयर खरीदे हैं.

शेयर कब खरीदे की फायदा हो?

शेयर खरीदने का कोई दिन या समय नहीं होता है. अगर आप लम्बे समय केलिए पैसे इन्वेस्ट कर रहे हैं तो शेयर जब मन करे तब खरीदे. कब खरीदने से ज्यादा जरूरी है किस कंपनी के शेयर खरीदे. इसके लिए आपको कंपनीज की लिस्ट बनाकर उनपर रिसर्च करनी चाहिए और फिर कुछ कंपनी को चुनकर उनक ही शेयर खरीदने चाहिए.
अधिक जानने के लिए आर्टिकल पढ़ें

शेयर बाजार में नए लोगों शेयर बाजार के नुकसान को क्या करना चाहिए?

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के लिए नए लोगों सबसे पहले मजबूत कंपनियों में पैसे लगाने चाहिए जो काफी लम्बे समय से मौजूद हैं और अभी भी अच्छा काम कर रही हैं. इन कंपनियों के डूबने की संभावना लगभग शून्य होती है, आप इनमें लम्बे समय के लिए पैसा लगाए.

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले जानें फायदे और नुकसान

शेयर बाजार के बारे में भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है. यह आंकलन से परे है. शेयर बाजार को समझना उन निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है, जो स्टॉक खरीदना और बेचना चाहते हैं. इसी तरह, यदि आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आप अधिक पैसा कमा सकते हैं. शर्त यही है कि आपको जोखिम लेने के लिए हमेशा तैयार रहना होगा. सही समय पर शेयरों में निवेश और बिक्री से स्टॉक मार्केट से लाभ कमाया जा सकता है.

हैदराबाद : शेयर बाजार अप्रत्याशित है. इसमें हम बार-बार शॉर्ट टर्म उतार-चढ़ाव देख सकते हैं. शेयरों में निवेश करने के लिए हमें स्टॉक मार्केट को समझना चाहिए और उतार-चढ़ाव का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए. निवेशक के शेयर बाजार के नुकसान तौर पर हमारे लिए शेयर बाजार से जुड़ी बारीकियों को जानना जरूरी है. जब शेयर बाजार में पैसा लगाने के बारे में तब सोचते हैं, जब सूचकांक में तेजी आती है. हमें इसी तरह रेग्रेशन से डील करना पड़ती है, तब जाकर हम इन्वेस्टमेंट से मुनाफा कमाते हैं.

जब आप निवेश करने का फैसला करते हैं, तो यह गांठ बांध लें कि शेयर मार्केट में प्रति वर्ष 10-20 प्रतिशत करेक्शन की संभावना होती है. अगर आपका माइंड मेकअप है तो फिर कोई परेशानी नहीं होगी. अपने निवेश के कीमत पर नजर बनाए रखें. सुनिश्चित करें कि निवेश में असमानता 80 प्रतिशत से अधिक न हो. अगर ऐसा होता है तो बची हुई राशि को डेट फंड में डायवर्सिफाई करें. हमेशा निवेश के मूल्य को इस स्टैंडर्ड एस्टिमेट के साथ जोड़ें. यह आपको अस्थायी उतार-चढ़ाव का कोर्डनेट करने की अनुमति देता है. यह हिसाब-किताब नुकसान को सहन करने की आपकी क्षमता पर आधारित होना चाहिए.

पिछले दो वर्षों के दौरान शेयर बाजार में काफी तेजी आई है. इस बैकग्राउंड में आपके इक्विटी निवेश का मूल्य आपके पोर्टफोलियो में 5-10 प्रतिशत अधिक रहने की संभावना है. बाजारों में अभी अनिश्चितता का माहौल है. इसे ध्यान में रखते हुए, अपने निवेश को समायोजित करने का यह एक अच्छा समय है. आपको उन कंपनियों में निवेश करना चाहिए जो अच्छा परफॉर्म कर रही हैं . इस तरह इक्विटी इन्वेस्टमेंट को अपने मानक तक लाने का प्रयास करना चाहिए.

जैसी उम्मीद की जा रही है, आने वाले वर्ष में इक्विटी बाजारों के परफॉर्मेंस में सुधार होगा, इस हिसाब से इक्विटी निवेश पॉजिटिव हैं. य़ानी इस समय आपको निवेश करते रहने की जरूरत है. अगर शेयर बाजार का प्रदर्शन अच्छा नहीं है और अगर खबर आती है कि बाजार में गिरावट होगी तो घबराएं नहीं. यदि बाजार सूचकांक में 10 प्रतिशत की गिरावट आती है, तो निवेश को लोन से इक्विटी में लाना चाहिए. चूंकि शेयर मार्केट में वृद्धि होने पर इक्विटी रेश्यो अधिक होता है, इसलिए निवेश को 80 प्रतिशत तक सीमित करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए.

फंड्स इंडिया के रिसर्च हेड अरुण कुमार का कहना है कि शॉर्ट टर्म में इक्विटी मार्केट की परफॉर्मेंस का आंकलन करना कठिन है, इसलिए हर निवेश को अपने लक्ष्य से जोड़ा जाना चाहिए. एक बार सही प्लानिंग करने के बाद ही निवेश करना चाहिए. अरुण कुमार की सलाह है कि बाजार में निवेश करते समय डर, लालच और चिंता जैसी भावनाओं को नियंत्रित करना चाहिए और लगातार निर्णय लेना चाहिए.

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके


लाभ और हानि शेयर बाजार के दो पहलू हैं शेयर बाजार में किसी को फायदा तो किसी को नुकसान होना तय है समय-समय पर निवेशकों को नुकसान भी उठाना पड़ता है किंतु यदि शेयर मार्केट में कुछ सावधानियां बरती जाएं तो होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है.

शेयर मार्केट में नुकसान से बचने के लिए टिप्स और तौर तरीके इंटरनेट पर आसानी से मिल जाएंगे यदि आपको शेयर बाजार में अनुभव और जानकारी नहीं है तो यह तौर तरीके और टिप्स किसी काम के नहीं हैं .

यदि आपको शेयर बाजार में होने वाले नुकसान से बचना है तो आपको शेयर मार्केट के बारे में जानकारी रखनी होगी बाजार के लिए आपको समय देना होगा

उदाहरण के तौर पर यदि आप मल्टी सेक्टर में निवेश करेंगे तो एक सेक्टर में अचानक से होने वाले उतार-चढ़ाव से होने वाले नुकसान की भरपाई दूसरे सेक्टर शेयर बाजार के नुकसान से की जा सकती है

जैसे कि आपने अपनी पूंजी का निवेश बैंकिंग सेक्टर फार्मा सेक्टर और म्यूचुअल फंड में किया है यदि आज बैंकिंग सेक्टर में भारी गिरावट आई तो आपको नुकसान हो जाएगा किंतु आपने फार्मा सेक्टर के शेयरों पर भी निवेश किया है और यदि फार्मा सेक्टर के शेयरों में तेजी आई तो बैंकिंग सेक्टर में हुए नुकसान की भरपाई फार्मा सेक्टर में से हो सकती है

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके
stock market loss

अपनी जिंदगी पैसे कौन नहीं कमाना चाहता और शेयर बाजार पैसे कमाने का एक अच्छा जरिया है नए निवेशक शेयर बाजार में बिना कुछ सीखे कदम रख देते हैं और इसी वज़ह से अधिकांश निवेशको को नुकसान उठाना पड़ता हैं नए निवेशक शेयर बाजार में राकेश झुनझुनवाला जी की स्टोरी पढ़ कर आते हैं और मार्केट में नुकसान के कारण झुनझुना लेकर मार्केट से वापस निकल जाते हैं असल में नए लोगों को शेयर बाजार बाहर से जितना सरल दिखता है उतना है नहीं अधिकांश नए लोग शेयर बाजार को बहुत हल्के में लेते हैं और वह यह सोचते हैं कि वह कम समय में बहुत अच्छी कमाई कर लेंगे लेकिन यह सब इतना आसान नहीं है

शेयर बाजार में नुकसान से बचने के 10 तरीके
इंट्राडे ट्रेडिंग में नुकसान

हो सके तो नए निवेशक इंट्राडे ट्रेडिंग करने से बचें लेकिन अधिकांश लोग शेयर बाजार में कदम रखते ही इंट्राडे ट्रेडिंग करने में रुचि रखते हैं जबकि इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले आपको बाजार की बहुत अच्छी समझ बाजार की चाल में रिस्क मैनेजमेंट रिस्क रिवाड रेशियो व टारगेट एंड स्टॉप लॉस थ्योरी और भी अन्य जानकारियों को जानना बहुत जरूरी है

अक्सर हम यूट्यूब पर या अन्य सोशल साइटों पर देखते हैं कि कई ऐसे ट्रेडर हैं जो इंट्राडे ट्रेडिंग से रोजाना लाखों रुपए कमा रहे हैं वही देख कर हमारे अंदर भी मोटिवेशन के साथ जोश आ जाता है और हम बाजार में उतर पड़ते हैं लेकिन हमें यह भी जानना बहुत जरूरी है जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग से आज लाखों करोड़ों रुपए रोजाना कमा रहे हैं उनके पीछे कई सालों की मेहनत लगी होती है जिस किसी ट्रेडर को हम फॉलो करते हैं हम सिर्फ उसका प्रजेंट देखते हैं जब वह सक्सेसफुल हो चुका है बाकी हमें उसका पास्ट भी देखना चाहिए जब वह स्ट्रगल कर रहा होता है इससे आपको ट्रेडर की लाइफ से जुड़े संघर्षों की भी अनुभूत होगी

शेयर बाजार में लालच भी नुकसान का मुख्य कारण है कई बार देखा गया है कि नए ट्रेडर अपने मुनाफे वाली ट्रेड को भी नुकसान में बुक करते हैं इसका मुख्य कारण है लालच हमें पता होता है कि हमारा लक्ष्य पूरा हो गया फिर भी हम और मुनाफे के लिए उस ट्रेड में बने रहते हैं यही हमारी बहुत शेयर बाजार के नुकसान बड़ी गलती होती है मेरा अनुभव कहता है नए लोग बाजार में बराबर स्टॉपलॉस और टारगेट के साथ काम करें अगर आपको प्रॉफिट वाली ट्रेड में बने रहना है तो ट्रेलिंग स्टॉप लॉस का प्रयोग करें

Share Market Today, 23 Dec 2022: कोरोना की आहट से डगमगाया शेयर बाजार, निवेशकों को हुआ भारी नुकसान

Share Market News Today (आज का शेयर बाजार), 23 December 2022: हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में शेयर बाजार पर भारी दबाव देखने को मिल रहा है। लगभग सभी सेक्टर्स में गिरावट का रुख है।

Updated Dec 23, 2022 | 11:24 AM IST

share market

Share Market Today: कोरोना की आहट से डगमगाया शेयर बाजार

Share Market News Today, 23 Dec 2022: चीन और कुछ अन्य देशों में कोरोना वायरस के आंकड़े (Coronavirus) बढ़ रहे हैं। इसका असर स्टॉक मार्केट में देखने को मिल रहा है। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में भारी गिरावट है। कोरोना की आहट से डोमेस्टिग मार्केट में भी कमजोरी आई। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में जबर्दस्त गिरावट आई है। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर खुले और बाद में गिरावट और शेयर बाजार के नुकसान भी बढ़ गई। सुबह 10:50 बजे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 600.64 अंक लुढ़ककर 60,225.58 पर था। इस दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 185.85 अंक फिसलकर 17,941.50 के स्तर पर था।

प्री ओपन के दौरान सुबह 9:02 बजे सेंसेक्स 736.61 अंक (1.21 फीसदी) नीचे 60089.61 पर था। निफ्टी 150.10 अंक फिसलकर 17977.20 के स्तर पर था। इसके बाद सेंसेक्स 60491.34 पर खुला था और निफ्टी 0.56 फीसदी नीचे 18025.20 पर खुला था। शुरुआती कारोबार में 459 शेयरों में तेजी आई, 1638 शेयरों में गिरावट आई और 85 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।

ग्लोबल मार्केट की बात करें, तो वहां भी गिरावट का रुख है। अमेरिका का डाउ जोंस (Dow Jones) 348 अंक यानी 1.05 फीसदी लुढ़क गया। नैस्डैक (Nasdaq) 2.18 फीसदी लुढ़का है। S&P 500 में 1.45 फीसदी की गिरावट आई है, FTSE 100 0.37 फीसदी लुढ़का है, DAX में 1.30 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई और CAC 40 में 0.95 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।

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निवेश से पहले समझदारी: शेयर बाजार में नए निवेशकों के लिए खास बातें, निवेश से पहले इन 6 बातों को रखें याद

शेयर बाजार में निवेश से पहले निवेशकों को कुछ खास बातों को ध्यान में रखना बेहद आवश्यक होता है। क्योंकि, लापरवाही से निवेशकों को भारी नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में शेयर बाजार में निवेश पर बाजार के जानकारों की सलाह को ध्यान में रखा जाए तो निवेशकों को अच्छे रिटर्न की संभावना ज्यादा और घाटे की उम्मीद कम हो जाएगी।

1. बेसिक समझ जरूरी - निवेश से पहले निवेशकों को बाजार के विषय में जानना बेहद आवश्यक होता है। बाजार की जानकारी के लिए किताब, ऑनलाइन आर्टिकल, वीडियो या सर्टिफाइड जानकारों की मदद ली जा सकती है। इससे इक्विटी या कमोडिटी में निवेश को लेकर स्पष्टता होगी। निवेशक शेयर बाजार से संबंधित ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं।

2. ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी जरूर बनाएं - स्टॉक मार्केट में निवेश करना है तो निवेशकों को सबसे पहले एक ट्रेडिंग प्लान बनाना चाहिए। इससे निवेश की समय सीमा, रिस्क और कैपिटल एलोकेशन कवर होता है।

3. पोर्टफोलियो में विविधता - पोर्टफोलियो का अर्थ है कि आप शेयर बाजार में अलग अलग तरह की कंपनियों, सेक्टर्स के शेयरों पर दांव लगा रहे हैं। अपने पोर्टफोलियो में एक ही तरह की कंपनियों, एक ही तरह के सेक्टर्स के शेयरों में निवेश से शेयर बाजार के नुकसान बचना चाहिए। बल्कि अलग-अलग सेक्टर्स के शेयरों में निवेशित रहना चाहिए। इससे रिस्क मैनेजमेंट भी होता है।

4. कर्ज लेकर निवेश से बचें - निवेशकों को निवेश अपने आर्थिक आवश्यकताओं से बची रकम का ही करना चाहिए। बजाय इसके कि निवेशक कर्ज लेकर शेयर बाजार में निवेश करें। क्योंकि बाजार की चाल निवेशकों के अनुकुल न होने पर डेट रिस्क बढ़ जाता है। बाजार के जानकारों की सलाह है कि निवेश के शुरुआती दिनों में निवेशकों को कम रकम ही निवेश करना चाहिए।

5. निवेश पर लगातार नजर - शेयर बाजार में निवेशित सेक्टर्स का रिटर्न कैसा है, अन्य सेक्टर्स में ग्रोथ की स्थिति और निवेशक की आवश्यकता अनुसार शेयरों का प्रदर्शन जैसे महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इसलिए बाजार में निवेशित सेक्टर्स की चाल और रिटर्न पर लगातार नजर रखना जरूरी होता है।

6. संतुलन और अनुशासन - शेयर बाजार में निवेश करते समय संयम और अनुशासन बेहद जरूरी है। इसके बिना सक्सेसफुल ट्रेडिंग करना संभव नहीं। अपने पोर्टफोलियो को समय समय पर मैनेज करना आवश्यक होता है। बाजार के जानकार मानते हैं कि किसी भी शेयर के अचानक उछाल से प्रभावित नहीं होना चाहिए, जब तक उसके फंडामेंटल ठीक न हों। यहां अनुशासन से अर्थ है निवेशक के ट्रेड से कि वो एक बैलेंस्ड रूप में चले और इसमें नियमित अंतराल पर आप बदलाव करते रहे।

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