आयला का सियासी सफर

Imran Khan: इमरान खान के साथ ऑडियो लीक से सुर्खियों में आई आयला मलिक कौन हैं, जानें उनका सफर

By: ABP Live | Updated at : 23 Dec 2022 06:04 PM (IST)

आयला मलिक (फाइल फोटो) (Image Source- Twitter)

Imran Khan Audio Leak: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों विवाद में घिरे नजर आ रहे हैं. जब से इमरान खान के फोन कॉल के ऑडियो लीक हुए हैं, पाकिस्तान में सियासत काफी गर्म हो एमए के साथ व्यापार रणनीति गई है. इस लीक ऑडियो में इमरान खान कथित तौर पर किसी महिला के साथ अश्लील बातें करते हुए सुनाई दे रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि इस ऑडियो को जानबूझकर लीक किया गया है.

ऐसा कहा जा रहा है कि जनरल बाजवा और आईएसआई चीफ से पंगा लेना इमरान के लिए महंगा पड़ गया है. ऐसा दावा किया जा रहा कि ऑडियो में जिस महिला की आवाज़ सुनाई दे रही है वे आयला मलिक हैं.

कौन है आयला मलिक?

मुक्त विश्वविद्यालय : बेटियों की झोली में जाएगा दो तिहाई मेडल

मुक्त विश्वविद्यालय : बेटियों की झोली में जाएगा दो तिहाई मेडल

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षांत समारोह 19 दिसंबर को सुबह 11 बजे सरस्वती परिसर स्थित अटल प्रेक्षागृह में आयोजित किया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। समारोह में विभिन्न विद्याशाखाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले शिक्षार्थियों को 23 स्वर्ण पदक प्रदान किए जाएंगे। इनमें 8 स्वर्ण पदक छात्रों तथा 15 स्वर्णपदक छात्राओं की झोली में जाएंगे। लगभग 20 हजार शिक्षार्थियों को उपाधि प्रदान की जाएगी। इसमें 12000 पुरुष तथा 8000 महिला शिक्षार्थी हैं। कुलाधिपति स्वर्ण पदक प्रयागराज स्थित मुख्य परिसर अध्ययन केंद्र की छात्रा प्रतिज्ञा मिश्रा को दिया जाएगा। प्रतिज्ञा मिश्रा ने एमए भूगोल विषय की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कीं। समस्त विद्याशाखाओं की स्नातक एवं स्नातकोत्तर परीक्षाओं में उत्तीर्ण शिक्षार्थियों में सर्वश्रेष्ठ रहीं। प्रतिज्ञा कुशीनगर की रहने वाली हैं और वर्तमान में दिल्ली में रहकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। यह जानकारी शनिवार को प्रेस वार्ता के दौरान कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने दी।

फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू…महाकौथिग के तीसरे दिन की शाम रही नरेंद्र सिंह नेगी के नाम, बिजनेस उतरायणी का हुआ सफल आयोजन

Mahakauthig Noida: नोएडा स्टेडियम में चले रहे 12वें महाकौथिग के तीसरा दिन आज गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जी के नाम रहा। आज शाम के सत्र का शुभारंभ मुख्य अतिथि केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा किया गया। इसके बाद गढ़रत्न नरेद्र सिंह नेगी ने अपने चिरपरिचित अंदाज में एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नेगी जी ने कार्यक्रम की शुरुआत अपने सुपरहिट लोक गीत “फूल फ्योंली बोलू के बुरांस बोलू.. बोल अब त्वेकू क्याजी बोलू से की। उसके बाद उन्होंने एक बहुत पुराना लोकप्रिय एमए के साथ व्यापार रणनीति गीत “मेरा दांडी कांठीयूँ का मुलुक जैल्यु.. बसंत ऋतु मा जीई” एमए के साथ व्यापार रणनीति सुनाकर दर्शकों को पहाड़ की खूबसूरत वादियों की कल्पनाओं में पहुंचा दिया। और अंत में गढ़रत्न नेगी जी ने इस साल के अपने सबसे हिट लोक गीत “सर स्याली रामदेई… से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके अलावा युवा लोक गायक राकेश खरनवाल ने अपने सुपरहिट लोक गीत क्रीम पोडरा घिसनि किले नै.. सुनाकर दर्शकों को खूब नचाया।

गुटनिरपेक्षता नहीं है तटस्थता

by पाञ्चजन्य ब्यूरो

रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ अटल बिहारी वाजपेयी (फाइल चित्र)

रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ अटल बिहारी वाजपेयी (फाइल चित्र)

दुनिया अटल बिहारी वाजपेयी की विदेश नीति का लोहा मानती है। जनता पार्टी की सरकार में वे विदेश मंत्री थे। ऐसे ही जब भी संसद में विदेशी मामलों पर चर्चा होती थी, वे अपने विचारों से लोगों को चकित कर देते थे

हम युद्ध और शांति के बीच तटस्थ कभी नहीं रह सकते। हम गुलामी और स्वतंत्रता के बीच तटस्थ नहीं रह सकते। हम आजादी के लिए खड़े हैं। हम अपनी आजादी के लिए लड़े और अपने स्वतंत्रता संघर्ष के दिनों से ही, हम दक्षिण अफ्रीका में स्वतंत्रता सेनानियों की मदद कर रहे हैं। नामीबिया या रोडेशिया या दक्षिणी अफ्रीका में जातिवादी गोरे शासकों के समर्थन का कोई प्रश्न ही खड़ा नहीं हो सकता। रंग भेद मानवता के विरुद्ध एक अपराध है। हम दूसरे गुटनिरपेक्ष देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस अपराध के विरुद्ध दूसरे देशों से लड़ रहे हैं। हम ऐसी विश्व व्यवस्था के प्रति वचनबद्ध हैं, जहां न तो कोई राजनीतिक प्रभाव हो और न ही जातीय भेदभाव। यदि आजादी खतरे में हो, यदि अन्याय करने का अपराध किया जाए, यदि ऐसे लोगों के द्वारा हम पर युद्ध थोपा जाए जिनको शस्त्र व्यापार से लाभ होता है। लेकिन गुटनिरपेक्षता का अनुकरण विश्व परिस्थिति को बदलने के सम्मान के साथ किया जाए। यह केवल एक राजनीतिक नीति ही नहीं हो सकती। वास्तव में हमें कुछ निश्चित सिद्धांतों से जुड़े रहना है, यदि परिस्थिति बदलती है तो हमें समायोजन करना पड़ेगा और उस समायोजन को छोड़ा नहीं जा सकता।

गुटनिरपेक्षता नहीं है तटस्थता

by पाञ्चजन्य ब्यूरो

रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ अटल बिहारी वाजपेयी (फाइल चित्र)

रुस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ अटल बिहारी वाजपेयी (फाइल चित्र)

दुनिया अटल बिहारी वाजपेयी की विदेश नीति का लोहा मानती है। जनता पार्टी की सरकार में वे विदेश मंत्री थे। ऐसे ही जब भी संसद में विदेशी मामलों पर चर्चा होती थी, वे अपने विचारों से लोगों को चकित कर देते थे

हम युद्ध और शांति के बीच तटस्थ कभी नहीं रह सकते। हम गुलामी और स्वतंत्रता के बीच तटस्थ नहीं रह सकते। हम आजादी के लिए खड़े हैं। हम अपनी आजादी के लिए लड़े और अपने स्वतंत्रता संघर्ष के दिनों से ही, हम दक्षिण अफ्रीका में स्वतंत्रता सेनानियों की मदद कर रहे हैं। नामीबिया या रोडेशिया या दक्षिणी अफ्रीका में जातिवादी गोरे शासकों के समर्थन का कोई प्रश्न ही खड़ा नहीं हो सकता। रंग भेद मानवता के विरुद्ध एक अपराध है। हम दूसरे गुटनिरपेक्ष देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस अपराध के विरुद्ध दूसरे देशों से लड़ रहे हैं। हम ऐसी विश्व व्यवस्था के प्रति वचनबद्ध हैं, जहां न तो कोई राजनीतिक प्रभाव हो और न ही जातीय भेदभाव। यदि आजादी खतरे में हो, यदि अन्याय करने का अपराध किया जाए, यदि ऐसे लोगों के द्वारा हम पर युद्ध थोपा जाए जिनको शस्त्र व्यापार से लाभ होता है। लेकिन गुटनिरपेक्षता का अनुकरण विश्व परिस्थिति को बदलने के सम्मान के साथ किया जाए। यह केवल एक राजनीतिक नीति ही नहीं हो सकती। वास्तव में हमें कुछ निश्चित सिद्धांतों से जुड़े रहना है, यदि परिस्थिति बदलती है तो हमें समायोजन करना पड़ेगा और उस समायोजन को छोड़ा नहीं जा सकता।

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