क्या यह पारंपरिक रुपये की जगह लेगा?
इस डिजिटल करेंसी को मुद्रा के रूप में गिना जाएगा. इससे सरकार डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? को कम नोट छापने और नकली मुद्रा पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी. यह "अधिक कुशल और सस्ती मुद्रा प्रबंधन प्रणाली" बनाने डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? में मदद करेगा. नियमित रुपये के विपरीत, डिजिटल रुपये को ऑनलाइन लेनदेन के लिए बैंक मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं होगी. प्रेषक और प्राप्तकर्ता ब्लॉकचैन का उपयोग करके लेनदेन कर सकते हैं, और आरबीआई गारंटर होगा.
देश में कहां और कैसे मिलेगा डिजिटल रुपया? क्या हैं इसके फायदे, जानिए पूरी डिटेल्स
By: ABP Live | Updated at : 18 Dec 2022 01:25 PM (IST)
डिजिटल रुपया (Pic: ABP Live)
How To Buy Digital Rupee Currency In India : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से देश में डिजिटल इकॉनमी (Digital Economy) को बढ़ावा देने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर डिजिटल रुपये (Digital Rupee) की शुरूआत हुई. आरबीआई द्वारा लॉन्च डिजिटल रुपया (e₹-R) का उपयोग देश में दुकानों से लेकर हर तरह की खरीदारी के लिए किया गया है. यह डिजिटल रुपया (Digital Rupees) एक लीगल टेंडर के तहत जारी हुआ है. यह डिजिटल टोकन (Digital Token) के रूप में काम करेगा. देश में e-RUPI की सुविधा नेशनल पेमेंट कॉर्पोशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से दी जा रही है. NPCI ही ई-रुपये के पेमेंट के लिए QR code भी जारी कर रहा है.
क्या है डिजिटल रुपया
आपको बता दें कि, डिजिटल रुपया या ई-रुपया (e-Rupee) नोट और सिक्कों का डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप है. ई-रुपया के आने के बाद से अब आपको नोट या सिक्के रखने की कोई जरूरत नहीं है. खरीदारी या किसी अन्य लेनदेन के लिए आप इस ई-रुपये का इस्तेमाल कर सकते है. इसमें आपको ऑनलाइन लेनदेन करना होगा. डिजिटल रुपया ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है.
डिजिटल रुपये से आप व्यक्ति-से-व्यक्ति (P2P) और व्यक्ति-से-व्यापारी (P2M) के बीच लेनदेन कर सकते हैं. आप किसी दुकान पर कोई सामान खरीदने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते है. आपको दुकानदार के QR कोड को स्कैन करके डिजिटल वॉलेट में जमा ई-रुपी से भी पेमेंट करने का विकल्प मिलता है.
देश में कहां मिलेगा
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पायलट प्रोजेक्ट के 8 बैंकों के साथ डिजिटल रुपया को उपलब्ध कराने की जानकारी दी है. इसमें पहले चरण में मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में सुविधा शुरू होगी. वही दूसरे चरण में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला में डिजिटल रुपया मिल सकेगा.
पहले चरण की 4 बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), यस बैंक (YES Bank) और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC Bank) मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में ये सुविधा उपलब्ध होगी. वहीं दूसरे चरण में बैंक ऑफ बड़ौदा (BOI), यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI), एचडीएफसी बैंक (HDFC) और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak) के जरिए डिजिटल रुपया मिलेगा.
ऐसे ले सकते हैं डिजिटल रुपया
आप डिजिटल रुपया को भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के ऐप या वेबसाइट से खरीद सकते हैं. इसके लिए ग्राहकों के मोबाइल या किसी अन्य डिवाइस में बैंकों द्वारा एक डिजिटल वॉलेट में उपलब्ध कराया जाएगा. ग्राहक अपने बैंक के वॉलेट में इस डिजिटल करेंसी को रख सकते हैं.
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Published at : 18 Dec 2022 01:25 PM (IST) Tags: yes bank Union Bank of India RBI DIGITAL RUPEE DIGITAL CURRENCY CBDC Pilot For Trading Digital Rupee Pilot हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
Key Points
– भारत सरकार ने 01 फरवरी, 2022 को वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में डिजिटल रुपया लाने की घोषणा की
– 30 मार्च, 2022 को सीबीडीसी जारी करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक अधिनियम, 1934 में संशोधनों को सरकार ने राजपत्र अधिसूचना के माध्यम से अधिसूचित की
– 01 नवंबर, 2022 को होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल रुपया (e₹) लांच
इस टेस्टिंग के तहत सरकारी सिक्योरिटीज में सेकेंडरी मार्केट लेनदेन का निपटान किया जाएगा। आरबीआई ने ‘केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा’ लाने की अपनी योजना की दिशा में कदम बढ़ाते हुए डिजिटल रुपये का पायलट टेस्टिंग शुरू करने का फैसला किया है।
आरबीआई ने केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा के बारे में पेश अपनी संकल्पना रिपोर्ट में कहा था कि यह डिजिटल मुद्रा लाने का मकसद मुद्रा के मौजूदा स्वरूपों का पूरक तैयार करना है। इससे यूजर्स को मौजूदा भुगतान प्रणालियों के साथ अतिरिक्त भुगतान विकल्प मिल पाएंगे।
डिजिटल करेंसी में 9 बैंक शामिल
थोक खंड (Wholesale Transactions) के लिए होने वाले डिजिटल करेंसी के पायलट प्रोजेक्ट में नौ बैंक होंगे। इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी बैंक शामिल हैं। ये बैंक गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में लेनदेन के लिए इस डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करेंगे. इसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC का नाम दिया गया है और भारत की ये पहली डिजिटल करेंसी आपके लिए बहुत कुछ बदलने वाली है।
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) किसी केंद्रीय बैंक की तरफ से उनकी मौद्रिक नीति के अनुरूप नोटों का डिजिटल स्वरूप है। इसमें केंद्रीय बैंक पैसे छापने के बजाय सरकार के पूर्ण विश्वास और क्रेडिट द्वारा समर्थित इलेक्ट्रॉनिक टोकन या खाते जारी करता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी डिजिटल एक करेंसी कानूनी टेंडर है। यह फिएट मुद्रा के समान है और फिएट करेंसी के साथ इसे वन-ऑन-वन एक्सचेंज किया जा सकता है। सीबीडीसी, दुनिया भर में, वैचारिक, विकास या प्रायोगिक चरणों में है।
दो तरह की होगी CBDC
– Retail (CBDC-R): Retail CBDC संभवतः सभी को इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगी
– Wholesale (CBDC-W) : इसे सिर्फ चुनिंदा फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस के लिए डिजाइन किया गया है
पिछले दिनों RBI ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) का उद्देश्य मुद्रा के मौजूदा रूपों को बदलने के बजाय डिजिटल मुद्रा को उनका पूरक बनाना और उपयोगकर्ताओं को डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? भुगतान के लिए एक अतिरिक्त विकल्प देना है। इसका मकसद किसी भी तरह से मौजूदा भुगतान प्रणालियों को बदलना नहीं है.। यानी आपके लेन-देन पर इसका कोई असर नहीं होने वाला है।
RBI को सीबीडीसी की शुरूआत से कई तरह के लाभ मिलने की उम्मीद है, जैसे कि नकदी पर निर्भरता कम होना, मुद्रा प्रबंधन की कम लागत और निपटान जोखिम में कमी। यह आम जनता और व्यवसायों को सुरक्षा और तरलता के साथ केंद्रीय बैंक के पैसे का एक सुविधाजनक, इलेक्ट्रॉनिक रूप प्रदान कर सकता है और उद्यमियों को नए उत्पाद और सेवाएं बनाने के लिए एक मंच प्रदान कर सकता है।
डिजिटल करेंसी के फायदे
देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी (E-Rupee) आने के बाद आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत नहीं होगी। डिजिटल करेंसी आने से सरकार के डिजिटल करेंसी के क्या क्या फायदे हैं? साथ आम लोगों और बिजनेस के लिए लेनदेन की लागत कम हो जाएगी। ये फायदे भी होंगे
बिजनेस में पैसों के लेनदेन का काम हो जाएगा आसान।
CBDC द्वारा मोबाइल वॉलेट की तरह सेकंडों में बिना इंटरनेट के ट्रांजैक्शन होगा
चेक, बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन का झंझट नहीं रहेगा।
नकली करेंसी की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
पेपर नोट की प्रिंटिंग का खर्च बचेगा
एक डिजिटल मुद्रा की जीवन रेखा भौतिक नोटों की तुलना में अनिश्चित होगी
CBDC मुद्रा को फिजिकल तौर पर नष्ट करना, जलाया या फाड़ा नहीं जा सकता है
अन्य क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में डिजिटल रुपये का एक अन्य प्रमुख लाभ यह है कि इसे एक इकाई द्वारा विनियमित किया जाएगा, जिससे बिटकॉइन जैसी अन्य आभासी मुद्राओं से जुड़े अस्थिरता जोखिम को कम किया जा सकेगा।
CBDC: आरबीआई के ई-रूपी से क्या है फायदा, यूपीआई से कैसे अलग है डिजिटल रुपया, जानिए सब कुछ
नई दिल्ली: भारत का केंद्रीय बैंक आरबीआई जल्द ही देश में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसीया सीबीडीसी की शुरुआत करने जा रहा है. अगर आप भी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी के बारे में समझना चाहते हैं तो इसमें सबसे मुख्य बात यह है कि ई करेंसी से लेनदेन में कोई भी इंटरमीडिएरी शामिल नहीं होता. ई करेंसी के जरिए किया जाने वाला ट्रांजैक्शन गुप्त रह सकता है, जैसा नकदी में होता है. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति की घोषणा करने के बाद यह कहा है.
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सीबीडीसी का मुख्य उद्देश्य डिजिटल पेमेंट को और आसान और सुरक्षित बनाना है. e-RUPI को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के साथ मिलकर बनाया है. e-RUPI एक कैश और कॉन्टैक्ट लैस पेमेंट मोड के तौर पर पेश किया गया है.
अगर आप भी भर्ती रिजर्व बैंक की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी या ई रुपए के बारे में यह जानना चाहते हैं कि हमारी जिंदगी कैसे बदल सकता है तो हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं.
क्या है डिजिटल करेंसी, जो बन सकती है भारत की अधिकारिक मुद्रा
डिजिटल करेंसी
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 07 फरवरी 2022,
- (Updated 07 फरवरी 2022, 7:29 PM IST)
भारतीय मुद्रा का डिजिटल रूप होगी ये करेंसी
2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करते वक्त वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डिजीटल करेंसी (Digital Currency) के बारे में बात की. उन्होंने कहा था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया वित्त वर्ष 2022-23 में डिजीटल करेंसी को लॉन्च करेगा, और ये भारत सरकार की आधिकारिक डिजिटल करेंसी होगी. इसके अलावा उन्होंने बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी से होने वाले मुनाफे पर फ्लैट 30% टैक्स की भी घोषणा की थी. तब से ये दोनों चीजें चर्चा का विषय बनी हुई हैं. हालांकि इस बारे में ज्यादा सूचना या विवरण सरकार ने नहीं दिया है. तो चलिए आज आपको डिजीटल करेंसी के बारे में बताते हैं.
क्या है डिजिटल करेंसी?
सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) वो करेंसी होगी जो केंद्रीय बैंक, यानी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी एक डिजिटल मुद्रा होगी. यह "ब्लॉकचैन और अन्य तकनीकों" पर आधारित होगा. सरल शब्दों में कहें तो CBDC भारतीय रुपये का एक डिजिटल रूप होगा. एक बार जब आरबीआई डिजिटल करेंसी को जारी करना शुरू कर देगा तो हम और आप जैसे आम लोग नियमित रुपये की तरह ही इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. डिजिटल रुपया आपके एनईएफटी, आईएमपीएस या डिजिटल वॉलेट की तरह होगा. आप इसका उपयोग थोक लेनदेन या खुदरा भुगतान करने के लिए कर सकते हैं. आप इसे विदेश भेज सकते हैं. आप इसके साथ बहुत कुछ कर सकते हैं.
1 दिसंबर से यूज कर पाएंगी करेंसी नोटों का डिजिटल स्वरूप, मिलेंगे कई सारे फायदे
आरबीआई समय-समय पर कई सारी सुविधाओं को लोगों के लिए शुरू करता रहता है। आज से आरबीआई ने डिजिटल करेंसी का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके माध्यम से आपको कई सारे फायदे मिलेंगे जो हम आपको इस लेख में बताएंगे और इसके साथ-साथ आपको यह भी बताएंगे कि आप कैसे इसका यूज कर पाएंगी।
जानिए क्या है डिजिटल करेंसी?
आज के समय में डिजिटली ट्रांजेक्शन बहुत इस्तेमाल किया जाता है। आपको बता दें कि रिटेल यूज के लिए हाल ही में 1 नवंबर को केंद्रीय बैंक ने सिर्फ होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए डिजिटल करेंसी को लॉन्च किया था लेकिन आज से यानी 1 दिसंबर से इस डिजिटल करेंसी को रिटेल यूज के लिए भी लॉन्च कर दिया गया है।
इसके साथ आपको यह भी बता दें कि यह रिटेल डिजिटल करेंसी के लिए पहला पायलट प्रोजेक्ट भी है। यह अभी कुछ स्थानों पर ही शुरू किया जाएगा और इसकी सफलता के बाद बाकी जगहों को धीरे-धीरे इससे जोड़ा जाएगा। आपको बता दें कि इस डिजिटल करेंसी को सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (सीबीडीसी) भी कहा जाता है।
कैसे कर सकती हैं डिजिटल करेंसी का यूज?
डिजिटल करेंसी को आरबीआई की तरफ से जारी किया गया है। आपको बता दें कि यह एक डिजिटल टोकन की तरह से काम करेगा। इसका यूज आप आसानी से अपने साधारण रुपये के लेन-देन की तरह की कर पाएंगी। इस डिजिटल करेंसी को ई-रुपये भी कहा जाता है। (100, 200, 500 और 2000 रुपए के एक नोट को छापने में खर्च होते हैं इतने रुपए)
आपको बता दें कि इसका डिस्ट्रीब्यूशन हमारे देश में मौजूद बैंकों के द्वारा ही होगा। अगर आप इसका यूज करना चाहती हैं तो आप डिजिटल वॉलेट के माध्यम से इसका यूज कर पाएंगी। इसके करेंसी की मदद से आप किसी अन्य व्यक्ति से भी लेन-देन कर सकती हैं।
इसके साथ-साथ आप किसी दुकानदार से भी करेंसी नोट के इस डिजिटल स्वरूप की मदद से लेनदेन कर सकती हैं। इसका यूज करने के लिए आपको क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा।
मिलेंगे ये फायदे
अगर आपके पास कैश नहीं होंगा तो इस डिजिटल करेंसी की मदद से आप आसानी से पेमेंट कर पाएंगी। इसके साथ-साथ आपको सबसे बड़ा फायदा यह मिलेगा कि आप बिना इंटरनेट के भी इसका यूज कर पाएंगी और इसकी वैल्यू भी उतनी ही होगी जितनी करेंसी की होती है। आप आसानी से इस करेंसी के माध्यम से मोबाइल वॉलेट से ही पेमेंट कर पाएंगी। इसके अलावा काला धन और मनी लॉन्ड्रिंग पर भी लगाम लगेगी।
तो यह थी जानकारी डिजिटल करेंसी से जुड़ी हुई। उम्मीद है कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें आर्टिकल के नीचे आ रहे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर बताएं और जुड़े रहें हमारी वेबसाइट हरजिंदगी के साथ।
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