Radhakishan Damani इंडिया के पांचवें सबसे अमीर शख्स, 5 साल में संपत्ति 280% बढ़ी
दमानी ने करियर की शुरुआत स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग से की थी। बाद में वह इनवेस्टर बन गए। वह Avenue Supermarts के प्रमोटर हैं। इस कंपनी की डीमार्ट नाम से देशभर में रिटेल चेन है
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Radhakishan Damani ने पिछले कुछ सालों में जितने पैसे बनाए हैं, उतना बहुत कम लोगों ने बनाया होगा। पिछले पांच साल में दमानी की वेल्थ 280 फीसदी बढ़कर 1.75 लाख करोड़ रुपये हो गई है। इसकी बदौलत वह इंडिया के टॉप फाइव अमीरों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं।
IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022 के मुताबिक दमानी इंडिया में पांचवें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। यह लिस्ट बुधवार को जारी की गई। 67 साल के दमानी की कुल संपत्ति 1.75 लाख करोड़ रुयये हो गई है। इससे स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है वह गौतम अडानी और मुकेश अंबानी जैसे इंडिया के सबसे अमीर लोगों के क्लब में शामिल हो गए हैं।
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पिछले पांच साल में दमानी की संपत्ति 280 फीसदी यानी 1.28 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है। आईआईएफएल हुरुन लिस्ट के मुताबिक, दमानी ने रोजाना 57 करोड़ रुपये कमाए हैं। पिछले एक साल में उनकी संपत्ति 13 फीसदी बढ़ी है।
दमानी ने करियर की शुरुआत स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग से शुरू की थी। बाद में वह इनवेस्टर बन गए। वह Avenue Supermarts के प्रमोटर हैं। इस कंपनी की डीमार्ट नाम से देशभर में रिटेल चेन है। यह कम प्राइस पर कंज्यूमर गुड्स बेचती है। कंपनी के 200 से ज्यादा डीमार्ट स्टोर हैं।
दमानी ने स्टॉक मार्केट में अपने इनवेस्टमेंट से करोड़ी की दौलत कमाई। उसके बाद वह आंत्रप्रेन्योर बन गए। 2002 में उन्होंने DMart की शुरुआत की। दमानी इंडियन स्टॉक मार्केट के 'बिग बुल' राकेश झुनाझुनवाला के करीबी दोस्त थे। उन्हें झुनझुनवाला का मार्गदर्शक भी माना जाता था। पिछले महीने झुनझुनवाला का देहांत हो गया।
एवेन्यू सुपरमार्केट के प्रमोटर की वेल्थ में कंपनी में उनकी हिस्सेदारी का बड़ा हाथ है। उनकी अच्छी हिस्सेदारी VSt Industries और India Cements जैसी कंपनियों में भी है। इसके अलावा उन्होंने Trent, United Breweries, 3M India, Blu Dart Express और Metopolis Healthcare में भी निवेश किया है।
22 सितंबर (गुरुवार) को Avenue Supermarts का शेयर 0.73 फीसदी की तेजी के साथ शुरुआती कारोबार में 4,340 रुपये पर था। पिछले कुछ महीनों में इस शेयर का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है। पिछले छह महीने में यह सिर्फ 7 फीसदी चढ़ा है।
MoneyControl News
Tags: # share markets
First Published: Sep 22, 2022 10:37 AM
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मोटी कमाई के लिए घर पर बैठकर खरीदें Apple, Google और Tesla जैसी कंपनियों के शेयर, ये रहा पूरा प्रोसेस
how to invest in us market from india-टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन, फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों के शेयर रोजाना नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं. इन कंपनियों की तेजी का फायदा आप भी उठा सकते हो. आज हम आपको इससे जुड़ी जरूरी जानकारी दे रहे हैं.
भारतीयों में विदेशी शेयरों, खासकर अमेरिकी कंपनियों (US Companies) के शेयरों में निवेश का चलन तेजी पकड़ बना रहा है. अगर आप भी घर बैठे एपल, गूगल, टेस्ला जैसे शेयरों को खरीदने के विभिन्न विकल्पों के बारे में जानना चाहते हैं तो यहां हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. अमेरिकी कंपनी ऐप्पल (Apple) की कुल मार्केट वेल्यू 3 ट्रिलियन डॉलर के पार हो गई है. टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), अमेजन (Amazon), फेसबुक (Facebook) और गूगल (Google) जैसी कंपनियां भी तेजी से अमीर होती स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है जा रही हैं. इन कंपनियों की तेजी से होती ग्रोथ को देखकर भारत से भी कई निवेशक अमेरिकी कंपनियों में पैसा लगा रहे हैं. यह संभव हो सका स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है है विदेश में निवेश करने वाले फंड के जरिए.एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इंडिया यानी एंफी की मानें तो 2021 में जनवरी से नवंबर के दौरान विदेश में पैसा लगाने वाले फंड्स ऑफ फंड्स में 13 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है.
Apple Google और Amazon जैसी अमीर कंपनियों के शेयर खरीदने का पूरा प्रोसेस-विदेश में निवेश करने का सबसे आसान तरीका फंड ऑफ फंड्स यानी FoF रूट ही है. विदेशी फंड ऑफ फंड ऐसे ग्लोबल म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं जो वैश्विक शेयरों में पैसा लगाते हों. ऐसे फंड ऑफ फंड्स की होल्डिंग में एक या एक से वैश्विक ग्लोबल फंड शामिल हो सकते हैं. हालांकि विदेशी बाजारों में निवेश के लिए सिर्फ विदेशी फंड ऑफ फंड्स ही एक तरीका नहीं है… कई और भी तरीके हैं, आइए उन्हें जानते हैं…
(1) अंतरराष्ट्रीय स्टॉक वाले म्यूचुअल फंड्स में निवेश
विदेशों में निवेश का दूसरा तरीका सेक्टोरल या थीमैटिक फंड हैं. सेक्टोरल या थीमैटिक म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग में भारतीय और विदेशी शेयरों का मिश्रण हो सकता है. यानी इस तरह के फंड्स में ऐपल, गूगल सहित भारतीय कंपनियां शामिल हो सकती हैं.
(2) इंडेक्स फंड
एक और तरीका है जिसे इंडेक्स फंड कहा जाता है…. जिस तरह भारतीय शेयर बाजारों के अलग-अलग इंडेक्स के लिए इंडेक्स फंड उपलब्ध हैं उसी तरह वैश्विक शेयर बाजारों के लिए भी इंडेक्स फंड हैं… वैश्विक बाजारों में निवेश स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है करने वाले इंडेक्स फंड भी दुनिया के किसी एक शेयर बाजार के किसी एक इंडेक्स को ट्रैक करके निवेश करते हैं… मोतीलाल ओसवाल एसएंडपी 500 इंडेक्स फंड इसका एक उदाहरण है.
(3) अंतरराष्ट्रीय ईटीएफ में निवेश
वैश्विक बाजारों में निवेश का एक और तरीका इंटरनेशनल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ईटीएफ भी हैं, ये ईटीएफ सामान्य तौर पर 2 तरह हो सकते हैं- Country specific और Country neutral. Country specific ईटीएफ आपको किसी चुनिंदा देश में निवेश करने की अनुमति देते हैं. उदाहरण के लिए, वैनएक्क वेक्टर्स स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है वियतनाम ईटीएफ आपको वियतनाम इक्विटी बाजार में निवेश करने की अनुमति देता है. दूसरी ओर, Country neutral ईटीएफ आपको पूरी दुनिया में निवेश करने की अनुमति देते हैं.
(4) सीधा निवेश
ऐसा नहीं है कि सिर्फ फंड्स या ईटीएफ के जरिए ही आप अमेरिकी या अन्य विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं, बल्कि सीधे निवेश का तरीका भी है, जैसे भारतीय शेयर बाजार में निवेश के लिए आप ब्रोकर के जरिए ट्रेडिंग कर सकते हैं, ठीक उसी तरह अमेरिकी बाजारों में भी कर सकते हैं, बशर्ते अमेरिकी ब्रोकर हायर करना होगा या फिर भारत में जो ब्रोकर अमेरिकी बाजारों में निवेश की सुविधा दे रहे हैं उनसे संपर्क करना होगा… दोनों ही परिस्थितियों में आपको इंटरनेशनल ट्रेडिंग खाता भी खोलना पड़ेगा और ट्रेडिंग के लिए करेंसी को डॉलर में बदलवाना होगा.. ऐसा करके आप सीधे ऐपल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं.
(5) इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स (IDRs)
आप इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स यानी आईडीआर के जरिए भी विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं. आईडीआर मूल रूप से भारतीय करेंसी में होता है और सेबी रजिस्टर्ड डिपॉजिटरी इसे तैयार करता है. आईडीआर को कंपनी की इक्विटी के बदले जारी किया जाता है ताकि विदेशी स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है कंपनियों को भारत से धन जुटाने में सक्षम बनाया जा सके. चूंकि विदेशी कंपनियों को भारतीय शेयर बाजार में लिस्टिंग कराने की अनुमति नहीं है, आईडीआर उन कंपनियों के शेयरों को खरीदने का एक तरीका है.
Happy Diwali: आज सिर्फ एक घंटे मिलेगा लाखों कमाने का मौका! जानें मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में सबकुछ
होगी कैश की किल्लत: CATMi की बात अगर सच होती है, तो इसका सबसे ज्यादा असर ग्रामीण भाग में रहने वाले लोगों पर पड़ सकता है. ग्रामीण इलाकों में आज भी ज्यादातर काम कैश के जरिए ही होता है. ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में एटीएम के बंद होने से इनके लिए नगदी का संकट पैदा हो सकता है.
Happy Diwali 2018: अगर आप निवेशक हैं तो आप 5:30 बजे से 6:30 बजे तक ट्रेडिंग कर सकेंगे. BSE में शाम 4 बजे से 4:45 बजे तक . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : November 07, 2018, 17:02 IST
दीवाली की शाम जब पूरा देश त्यौहार मना रहा होता है, तब देश भर के निवेशक, अमीर लोग एक खास वक्त मार्केट की तरफ रुख करते हैं. इस दौरान इनके लिए मुनाफे से कहीं ज्यादा परंपरा अहम होती है. हर दिन हजारों करोड़ों रुपये का ट्रेड करने स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है वाला स्टॉक मार्केट कई साल से अपनी परंपराओं को सहेज कर रखे हुआ है. इसमें से सबसे अहम है दीवाली के दिन होने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग. आइए जानें इसके बारे मे.
क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग- दीवाली के साथ नए साल की शुरुआत भी होती है. इस बार दीवाली के साथ संवत् 2075 शुरू होने जा रहा है. भारतीय परंपरा के अनुसार ही देश के कई हिस्सों में दीवाली के साथ ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत भी होती है. (ये भी पढ़ें-ट्रेन का तत्काल टिकट नहीं मिला तो न लें टेंशन, अब भी बुक कर सकते हैं कन्फर्म टिकट)
इस शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार के कारोबार स्पेशल शेयर ट्रेडिंग (कारोबार) करते है. इसीलिए इसे मुहूर्त ट्रेडिंग भी कहा जाता है. आपको बता दें कि इस बार एनएसई, बीएसई पर शाम को 5 बजे ट्रेडिंग शुरू होगी और 6:30 बजे खत्म हो जाएगी. शेयर बाजार में इस दौरान सामान्य ट्रेडिंग का समय 5:30 बजे से 6:30 बजे रहेगा. इस दौरान आप शेयरों की खरीद और बिक्री कर सकेंगे. (ये भी पढ़ें-दिवाली और छठ का टिकट बुक करते वक्त कट गए पैसे लेकिन नहीं मिला टिकट! ऐसे पाएं वापस)
अगर आप निवेशक हैं तो आप 5:30 बजे से 6:30 बजे तक ट्रेडिंग कर सकेंगे. BSE में शाम 4 बजे से 4:45 बजे तक टॉप वॉल्यूम परफॉर्मस का सम्मान होगा. वहीं 4:45 से 5:30 बजे तक लक्ष्मी पूजन होगा. इसके बाद ट्रेडिंग शुरू होगी. दोनों ही एक्सचेंज में बुधवार के दिन स्पेशल ट्रेडिंग सेशन होगा. इसकी जानकारी BSE और NSE ने जारी कर दी है. (ये भी पढ़ें-सिर्फ 100 रुपये में अपनो को दे सकते हैं 5 लाख के फायदे वाला ये दीवाली बंपर गिफ्ट)
पैसा बनाने का मौका-एक्सपर्ट कहते है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन शेयर बाजार में पैसा लगाना शुभ माना जाता है. खासक अमीर लोग इस दिन जरूर निवेश करते है. ऐसे में वो छोटे निवेश पर लाखों रुपये कमा लेते है. (ये भी पढ़ें-Diwali Offers: SBI का दीवाली गिफ्ट! टैक्सी से सफर करने वालों के लिए शुरू किया बड़ा डिस्काउंट ऑफर)
एक्सपर्ट विकास सेठी ने दिवाली के मौके पर सुंदरम फास्टनर्स का शेयर खरीदने की सलाह दी है. लक्ष्य 750 रुपये तय किया है. वहीं, मारुति सुजुकी में पैसा लगाने की सलाह दी है. उनके मुताबिक शेयर 9500 रुपये तक पहुंच सकता है.
दिवाली पर खास मुहूर्त पर ट्रेडिंग की शुरुआत कर निवेशक नए फाइनेंशियल ईयर के अच्छे रहने की कामना करते हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है. अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं. हालांकि ये निवेश स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है काफी छोटा और प्रतीकात्मक होता है.
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माना जाता है कि मुहूर्त के दौरान किया गया निवेश शुभ होता है. मार्केट के जानकारों के मुताबिक मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन कारोबारी निवेशक की सोच के साथ मार्केट में उतरते हैं. परंपराओं को मानने वाले पहला ऑर्डर अक्सर खऱीद का देते हैं.
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स्टॉक्स में ट्रेडिंग सिर्फ अमीर लोगों के लिए नहीं है
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भारतीयों में विदेशी शेयरों, खासकर अमेरिकी कंपनियों (US Companies) के शेयरों में निवेश का चलन तेजी पकड़ बना रहा है. अगर आप भी घर बैठे एपल, गूगल, टेस्ला जैसे शेयरों को खरीदने के विभिन्न विकल्पों के बारे में जानना चाहते हैं तो यहां हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं. अमेरिकी कंपनी ऐप्पल (Apple) की कुल मार्केट वेल्यू 3 ट्रिलियन डॉलर के पार हो गई है. टेस्ला, माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), अमेजन (Amazon), फेसबुक (Facebook) और गूगल (Google) जैसी कंपनियां भी तेजी से अमीर होती जा रही हैं. इन कंपनियों की तेजी से होती ग्रोथ को देखकर भारत से भी कई निवेशक अमेरिकी कंपनियों में पैसा लगा रहे हैं. यह संभव हो सका है विदेश में निवेश करने वाले फंड के जरिए.एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड इंडिया यानी एंफी की मानें तो 2021 में जनवरी से नवंबर के दौरान विदेश में पैसा लगाने वाले फंड्स ऑफ फंड्स में 13 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश हुआ है.
Apple Google और Amazon जैसी अमीर कंपनियों के शेयर खरीदने का पूरा प्रोसेस-विदेश में निवेश करने का सबसे आसान तरीका फंड ऑफ फंड्स यानी FoF रूट ही है. विदेशी फंड ऑफ फंड ऐसे ग्लोबल म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं जो वैश्विक शेयरों में पैसा लगाते हों. ऐसे फंड ऑफ फंड्स की होल्डिंग में एक या एक से वैश्विक ग्लोबल फंड शामिल हो सकते हैं. हालांकि विदेशी बाजारों में निवेश के लिए सिर्फ विदेशी फंड ऑफ फंड्स ही एक तरीका नहीं है… कई और भी तरीके हैं, आइए उन्हें जानते हैं…
(1) अंतरराष्ट्रीय स्टॉक वाले म्यूचुअल फंड्स में निवेश
विदेशों में निवेश का दूसरा तरीका सेक्टोरल या थीमैटिक फंड हैं. सेक्टोरल या थीमैटिक म्यूचुअल फंड्स की होल्डिंग में भारतीय और विदेशी शेयरों का मिश्रण हो सकता है. यानी इस तरह के फंड्स में ऐपल, गूगल सहित भारतीय कंपनियां शामिल हो सकती हैं.
(2) इंडेक्स फंड
एक और तरीका है जिसे इंडेक्स फंड कहा जाता है…. जिस तरह भारतीय शेयर बाजारों के अलग-अलग इंडेक्स के लिए इंडेक्स फंड उपलब्ध हैं उसी तरह वैश्विक शेयर बाजारों के लिए भी इंडेक्स फंड हैं… वैश्विक बाजारों में निवेश करने वाले इंडेक्स फंड भी दुनिया के किसी एक शेयर बाजार के किसी एक इंडेक्स को ट्रैक करके निवेश करते हैं… मोतीलाल ओसवाल एसएंडपी 500 इंडेक्स फंड इसका एक उदाहरण है.
(3) अंतरराष्ट्रीय ईटीएफ में निवेश
वैश्विक बाजारों में निवेश का एक और तरीका इंटरनेशनल एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या ईटीएफ भी हैं, ये ईटीएफ सामान्य तौर पर 2 तरह हो सकते हैं- Country specific और Country neutral. Country specific ईटीएफ आपको किसी चुनिंदा देश में निवेश करने की अनुमति देते हैं. उदाहरण के लिए, वैनएक्क वेक्टर्स वियतनाम ईटीएफ आपको वियतनाम इक्विटी बाजार में निवेश करने की अनुमति देता है. दूसरी ओर, Country neutral ईटीएफ आपको पूरी दुनिया में निवेश करने की अनुमति देते हैं.
(4) सीधा निवेश
ऐसा नहीं है कि सिर्फ फंड्स या ईटीएफ के जरिए ही आप अमेरिकी या अन्य विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं, बल्कि सीधे निवेश का तरीका भी है, जैसे भारतीय शेयर बाजार में निवेश के लिए आप ब्रोकर के जरिए ट्रेडिंग कर सकते हैं, ठीक उसी तरह अमेरिकी बाजारों में भी कर सकते हैं, बशर्ते अमेरिकी ब्रोकर हायर करना होगा या फिर भारत में जो ब्रोकर अमेरिकी बाजारों में निवेश की सुविधा दे रहे हैं उनसे संपर्क करना होगा… दोनों ही परिस्थितियों में आपको इंटरनेशनल ट्रेडिंग खाता भी खोलना पड़ेगा और ट्रेडिंग के लिए करेंसी को डॉलर में बदलवाना होगा.. ऐसा करके आप सीधे ऐपल, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट जैसी अमेरिकी कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं.
(5) इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स (IDRs)
आप इंडियन डिपॉजिटरी रिसीट्स यानी आईडीआर के जरिए भी विदेशी बाजारों में निवेश कर सकते हैं. आईडीआर मूल रूप से भारतीय करेंसी में होता है और सेबी रजिस्टर्ड डिपॉजिटरी इसे तैयार करता है. आईडीआर को कंपनी की इक्विटी के बदले जारी किया जाता है ताकि विदेशी कंपनियों को भारत से धन जुटाने में सक्षम बनाया जा सके. चूंकि विदेशी कंपनियों को भारतीय शेयर बाजार में लिस्टिंग कराने की अनुमति नहीं है, आईडीआर उन कंपनियों के शेयरों को खरीदने का एक तरीका है.
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