What is Demat

Demat Account| डिमॅट वास्तव में क्या है?

मोबाइल और इंटरनेट क्रांति के कारण आज हर कोई एक उंगली के स्पर्श पर वित्तीय लेनदेन कर रहा है। कोरोना महामारी के बाद लोगों को एक नया क्षेत्र की पहचान हुई। वह क्षेत्र है शेयर बाजार। शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। लेकिन ज्यादातर लोगों के लिए डीमैट क्या है? इसकी प्रक्रिया में खाता खोलने के तरीके की जानकारी नहीं होती है। इस संबंध में हम Demat Account के बारे में विस्तृत जानकारी देखने का प्रयास करते है ।

Demat Account क्या होता है ?

Demat Account (डीमैट) का मतलब अंग्रेजी में Dematerialization है। (भौतिक रूप का आभासी रूप) पहले कंपनियां अपने शेयरधारकों को शेयर प्रमाणपत्र के रूप में शेयर जारी करती थीं। लेकिन 1996 में डिपॉजिटरी एक्ट लागू होने के बाद सर्टिफिकेट जारी करना बंद कर दिया गया और निवेशकों को डिजिटल फॉर्मेट में निवेश की सुविधा उपलब्ध करा दी गई।

तब से अब शेयर धारकों को अपने साथ कोई भौतिक सामग्री (शेयरों का प्रमाण पत्र) ले जाने की आवश्यकता नहीं है। तो डीमैट क्या है? डीमैट खाते की जानकारी जानने के लिए सबसे पहले जो व्यक्ति डीमैट खाता खोलना चाहता है उसका बैंक में खाता होना जरूरी है। डीमैट खाते के विवरण को समझने के लिए एक उदाहरण की सहायता से इसकी तुलना बैंक बचत खाते से करते हैं।

मान लीजिए, शौर्य के पास 1000 रुपये हैं ,और वह इसे बैंक में जमा करना चाहता है। शौर्य को पहले बैंक में बचत खाता खुलवाना होता है। और उस खाते में एक हजार रुपए जमा करने होते हैं। इसके बदले में बैंक शौर्य को एक पासबुक देगा और उस पासबुक पर 1000 रुपए जमा नोट कर लेगा। यानी शौर्य के पास जो 1000 रुपये थे अब वह बँक के पासबुक मे किये नोट के स्वरूप मे है। इसका अर्थ अब शौर्य के पास 1000 रुपये है।

Demat Account इसके समान है। जब आप एक डीमैट खाता खोलते हैं और विभिन्न कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं, तो वह शेयर आपके डीमैट खाते में डिजिटल रूप में दिखाई देते हैं।

उदाहरण के लिए; टाटा मोटर्स के 100 शेयर, इन्फोसिस के 50 शेयर आदि। इससे पता चलता है कि पूर्व में जारी किए गए प्रमाणपत्र अब डीमैट खाते में डिजिटल रूप में निवेशक को दिखाई दे रहे हैं। इसे डीमैट खाता कहा जाता है।

What is Demat

डिपॉजिटरी क्या है?

हमारे देश में दो डिपॉजिटरी संस्था हैं, एक नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) और दूसरा सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL) है। कोई भी व्यक्ति या संस्था प्रत्यक्ष डिपॉजिटरी संस्था मे जाकर डीमैट खाता नहीं खोल सकता है।

उसके लिए डिपॉजिटरी की ओर से उनके पार्टिसिपेंट नियुक्त किए जाते हैं, उन्हें डीपी (डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट) या स्टॉक ब्रोकर कहा जाता है। और यह एक तरह से डिपॉजिटरी के एजेंट का काम करते हैं। इन सभी पर सेंट्रल एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी सेबी का पूरा कंट्रोल होता है।

Depository Participant के रूप मे विभिन्न वित्तीय संस्थान, राष्ट्रीयकृत बैंक, सरकारी बैंक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट्स के रूप में काम कर रहे हैं।

उदा. Zerodha, Upstox, AngelOne, Alice Blue, HDFC Bank, ICICI Bank Direct,इत्यादी.

Demat Account | डीमैट खाता कैसे खोलें?

डीमैट खाता खोलने के लिए आपको सबसे पहले स्टॉक ब्रोकर (डीपी) का चयन करना होगा।

उदा. Zerodha , Upstox, AngelOne, Alice Blue , HDFC Bank, ICICI Bank Direct,इत्यादी. स्टॉक ब्रोकर(DP) द्वारा प्रदान किए गए ऑनलाइन पोर्टल पर निम्नलिखित दस्तावेजों के आधार पर आवेदन करना होगा

1. जो क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है व्यक्ति डीमैट खाता खुलवाना चाहता है उसके लिए पैन कार्ड होना अनिवार्य है अगर उसके पास पैन कार्ड नहीं है तो वह व्यक्ति डीमैट खाता नहीं खोल पाएगा।

2. संबंधित व्यक्ति का राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता होना अनिवार्य है। उस खाते का पिछले छह महीने का बैंक स्टेटमेंट होना जरूरी है।

3. संबंधित व्यक्ति की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। यदि आयु 18 वर्ष से कम है तो माता-पिता आवेदन कर सकते हैं।

4. साथ ही पते और फोटो के सबूत के तौर पर संबंधित व्यक्ति के पास पासपोर्ट, आधार कार्ड, इलेक्शन आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड जैसी फोटो आईडी होनी चाहिए।

5. इसके साथ ही आपका अपना फोटो, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी होना जरूरी है।

6. आपको ऑनलाइन पोर्टल पर दिए गए आवेदन पत्र और उससे संबंधित नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ना होगा और आवेदन करना होगा।

7. ऑनलाइन आवेदन करते समय फोटोग्राफ, हस्ताक्षर नमूना, बैंक स्टेटमेंट, पहचान पत्र आदि जैसी जानकारी को उचित तरीके से अपलोड करना आवश्यक है।

8. आवेदन पत्र भरने के बाद आपको एक आईडी मिलेगी जिसका उपयोग करके आप अपने डीमैट खाते तक पहुंच सकते हैं।

Demat Account खोलने के लिए अलग-अलग शेयर ब्रोकरों के अलग-अलग शुल्क होते हैं। आज बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण, स्टॉक ब्रोकर्स (डीपी) मुफ्त में डीमैट खाता खोलने की क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है सुविधा देते हैं, लेकिन उसके बाद एक वार्षिक शुल्क लिया जा सकता है।

एक बार डीमैट खाता खुल जाने के बाद, खाते में पैसा जमा करना और खाते से पैसे निकालना यह सब मोबाइल पर भी इंटरनेट की मदद से किया जा सकता है। इसी तरह आपको डीमैट अकाउंट पर ट्रेडिंग, शेयरों में निवेश और उसे ट्रांसफर करने जैसी सभी सुविधाएं मिलती हैं।

डीमैट खाता क्या होता है | कैसे काम करता है| डीमैट खाता खोलने के तरीके

ट्रेडिंग अकाउंट आपके शेयर Buy और Selling के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाता है। यदि आप आपका पहला डीमैट खाता खोलने जा रहे हैं तो जिस भी ब्रोकर या बैंक के साथ डीमैट खाता खोलने जा रहे हैं तो BSDA खाते (Basic Service Demat Account) की मांग करें जिससे आपका कुल निवेश अगर 50000 या उससे कम है तो आपको कोई सालाना फीस नहीं देनी होगी।

BSDA सुविधा, SEBI ( Securities and Exchange Board of India) द्वारा सभी स्टॉक ब्रोकर्स के पास मान्य है।

डीमैट खाते के फायदे

1.कम लागत

आजकल के डिजिटल जमाने में हम कोई भी दस्तावेज physically संभाल के नहीं रख पाते और अगर सच क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है पुछा जाए तो यह काम बहुत कठिन है।

2. कहीं से भी Access कर सकते हैं

3. IPO में निवेश

4. स्टॉक मार्केट में उतार चढ़ाव के फायदे

अगर मार्केट में उछाल आता है तो आप अपने शेयर्स को बेच सकते हैं। वहीं अगर आपके पास शेयर्स फिजिकल अवस्था में हैं फिर आप मार्केट conditions का ज्यादा लाभ नहीं ले सकते।

एक निवेशक कितने Demat खाते ओपन कर सकता है?

एक निवेश, किसी भी Broker के पास एक pan कार्ड के द्वारा सिर्फ एक ही खाता खोल सकता है। लेकिन वह अलग अलग brokers के साथ कितने भी Demat खाते खोल सकता है इसकी कोई सीमा नहीं होती।

Multiple Demat खातों के फायदे

  • Investmet और Trading खातों को अलग अलग track कर पाना आसान हो क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है जाता है।
  • Trading खाता किसी डिस्काउंट Broker के साथ वही Investment खाता किसी full service Broker के साथ खोला जा सकता है।
  • यदि किसी एक broker के साथ problem होती है तब बहुत ही आसानी से Investment को transfer किया जा सकता है।
  • अगर आप एक खाते से Trading अथवा दूसरे से Long Term निवेश करते हैं तो Profits और losses की आसान tracking हो जाती है।
  • Multiple Demat खातों में अगर आप अलग अलग बैंक खाते add करते हैं तो आपके बैंक Statement records भी स्पष्ट होते हैं।

Multiple Demat खातों के नुकसान

  • Multiple Demat खातों के साथ आपको multiple Times AMC(Annual Maintenance Charges) देने रहते हैं।
  • अलग अलग brokers के लिए मल्टीपल User Interface सीखने पड़ेंगे।
  • Brokers द्वारा किए जाने वाले services calls का बढ़ जाना।
  • अगर आप ट्रेडिंग किसी दूसरे खाते में करते हैं तो Portfolio pledge करके Intraday लिमिट का use न कर पाना।

आशा करता हूं, अब आप डीमैट अकाउंट के बारे में जान गए होंगे। कुछ सुझाव या शिकायत है तो कृपया comment में बताएं। धन्यवाद!

Demat in Hindi | डीमैट क्या है जानिए

Demat Kya hai meaning of Demat in Hindi – Demat डीमैट Dematrialized account का संक्षिप्त नाम है। डीमैट इलेक्ट्रॉनिक प्रारूप (electronic form) में शेयरों और प्रतिभूतियों (securities) को रखने की सुविधा प्रदान करता है। ऑनलाइन ट्रेडिंग के समय शेयर को खरीद कर इसी खाते में रखा जाता है। ताकि शेयर की खरीद और बेच बिना किसी रुकावट के आसानी से हो सके।

पहले भारत में शेयर और प्रतिभूतियों को खरीदने के बाद एक प्रमाण पत्र दिया जाता था जिसे शेयर सर्टिफिकेट (share certficate) बोला जाता था। कागज़ के रूप में शेयर रखने की वजह से ट्रेडिंग के समझौते (settlement) में समय लगता था। साथ ही चोरी चाखारी और कागज़ के खोने का डर हमेशा बना रहता था। इन समस्याओं ने जनम दिया इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयर रखने के विकल्प को।

‘डीमैट’ क्या है – Demat Kya Hai

आज के दिन जिनके पास भी शेयर है वो उनके डीमैट खाते (demat account) में रखे जाते है। जो भी Share Market में निवेश करना चाहता है उसके लिए सबसे आवश्यक होता है डीमैट खाता खुलवाना। इस खाते को खुलवाने के लिए आपको ब्रोकर्स के पास जाना पड़ता है। भारत के कुछ प्रसिद्ध recognized brokers के नाम ये है- ICICI Direct, Angels Broking, Sharekhan, etc.

कई निजी बैंक भी है जो ये सुविधा प्रदान करते है जैसे – HDFC Bank, SBI, PNB, IDBI, etc. जब भी कोई शेयर बेचा या ख़रीदा जाता है उसमे डीमैट खाते का नंबर दिया जाता है। ताकि ट्रांसक्शन (transaction) का सेटलमेंट (settlement) जल्दी हो सके। बिना इस खाते के कोई भी व्यक्ति शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकता है।

डीमैट खाता खुलवाने के लिए आपको अपने ब्रोकर से क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है मिलना पड़ता है। आपको KYC फॉर्म दिया जाएगा जो आपको भर कर अपने PAN card के साथ देना होगा। खाता खुलवाने वाले व्यक्ति को अपना एड्रेस प्रूफ (address proof)और आइडेंटिटी प्रूफ (identity proof) भी देना पड़ता है। एक बार आपका खाता खुल गया, आपको User ID password से पासवर्ड सेट करना होता है। जैसा ही अपने सौदा कन्फर्म करा एक शेयरहोल्डर के पास से दूसरे शेयरहोल्डर के पास शेयर चले जाते है। अगर आपने शेयर बेचा है तो डीमैट खाते से शेयर चले जायेंगे और रुपये आपके बैंक के खाते में आजाएंगे। वही अगर आपने शेयर ख़रीदे है तो Demat account में शेयर आजाएंगे और बैंक खाते से उसकी कीमत के बराबर रुपये कट जाएंगे। Shares in Hindi शेयरों के बारे में जानकारी देने में आपकी मदद करता है।

Demat / डीमैट खाते के फायदे

  • भौतिक रूप में प्रतिभूतियों के खोने का चोरी होने का डर बना रहता था लेकिन डीमैट की वजह से अब शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में शेयरहोल्डर के पास रहते है।
  • भौतिक रूप में निवेश की जानकारी रखना सरदर्द वाला काम है वही Demat account से आसानी से निवेश की असली वैल्यू आसानी से निकली जा सकती है।
  • पेपर के प्रमाण पत्रों के साथ, खरीद और बिक्री केवल निर्दिष्ट(specified) मात्रा में ही संभव क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है थे। डीमैट खाते इस समस्या को खत्म करते हैं।
  • भौतिक प्रमाणपत्रों में कई अतिरिक्त लागतें शामिल हैं, जैसे कि स्टांप ड्यूटी (stamp duty), हैंडलिंग शुल्क (handling fee), आदि खर्चे। डीमैट ने इस समस्या को खत्म कर दिया है।

डीमैट पर यह अध्याय ‘Demat in Hindi’ उम्मीद से शेयर बाजार से संबंधित किसी भी संदेह को साफ करता है, आपको शेयरों को समझने में मदद करता है और शेयर बाजार में निवेश कैसे किया जाता है समझने में मदद करता है।

आपके पास भी हैं फिजिकल शेयर तो आज ही डीमैट में बदलें, यहां जानें पूरा प्रोसेस

केवल उन्हीं शेयरों को आप डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं जिसकी कंपनी के शेयर एक्टिव हों और एक्सचेंज में उनकी ट्रेडिंग हो रही हो. अगर क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है कंपनी के शेयर एक्सचेंज से डीलिस्ट हो गए हैं तो आपके लिए ये फिजिकल शेयर सिर्फ कागज का टुकड़ा है.

आपके पास भी हैं फिजिकल शेयर तो आज ही डीमैट में बदलें, यहां जानें पूरा प्रोसेस

स्टॉक मार्केट (Stock Market) में सिर्फ डीमैट अकाउंट (Demat Account) में पड़े शेयरों को बेचा, ट्रांसफर किया जा सकता है. केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक, एक भारतीय नागरिक फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट्स में ट्रेड नहीं कर सकता है. निवेशक को फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट को डीमैटरियलाइज्ड (डीमैट) फॉर्मेट या इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में बदलना होगा. भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) ने इससे पहले अधिसूचित किया है. इससे निवेशकों को कंपनी के शेयरों को खरीदने, बेचने और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया को आसान बनाने में मदद मिलेगी.

साल 2019 में मार्केट रेगुलेटर सेबी ने फिजिकल फॉर्म के शेयरों को डीमेट में कन्वर्ट करके ही बेचने या ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया था. आइए जानते हैं फिजिकल शेयरों को डीमैट खाते में कैसे कन्वर्ट किया जाए.

ये है पूरा प्रोसेस

फिजिकल शेयरों को डीमैट फॉर्म में बदलने का पहला कदम डीमैट खाता खोलना है. निवेशक को डीमैटरियलाइजेशन रिक्वेस्ट फॉर्म (DRF) के लिए डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (अझ) से संपर्क करना होगा. फिर निवेशक को आवश्यक विवरण के साथ डीआरएफ को सही-सही भरना होगा और अपने हस्ताक्षर करने होंगे.

डीआरएफ भरने के बाद, इसे फिजिकल शेयर प्रमाणपत्रों के साथ डीपी को भेजें. डीआरएफ भेजते करते समय, निवेशक को फिजिकल शेयर प्रमाणपत्रों पर ‘सरेंडरेड फॉर डीमैटरियलाइजेशन’ का उल्लेख करना होगा. निवेशक द्वारा डीमैटरियलाइजेशन के लिए फिजिकल शेयर प्रमाणपत्रों को सरेंडर करने के बाद ही, डीपी अनुरोध को संसाधित करना शुरू कर देगा.

फिर आपका अनुरोध डीपी द्वारा कंपनी के नियुक्त रजिस्ट्रार और शेयर ट्रांसफर एजेंट (RTA) को भेजा जाएगा. इसके बाद, डीमैटरियलाइजेशन अनुरोध को मंजूरी दी जाएगी और फिजिकल शेयर प्रमाण पत्र नष्ट कर दिए जाएंगे. इसके साथ ही निवेशक के डीमैट खाते में शेयरों की सही संख्या क्रेडिट हो जाएगी.

किन शेयर्स को कर सकते हैं कन्वर्ट

इस बात का ध्यान रखें कि केवल उन्हीं शेयरों को आप डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं जिसकी कंपनी के शेयर एक्टिव हों और एक्सचेंज में उनकी ट्रेडिंग हो रही हो. अगर कंपनी के शेयर एक्सचेंज से डीलिस्ट हो गए हैं तो आपके लिए ये फिजिकल शेयर सिर्फ रद्दी है.

Demat Account होना जरूरी, जानिए क्‍या हैं इसके फायदे और यह क्‍यों महत्‍वपूर्ण

नई दिल्‍ली। भारत ने अप्रैल 2019 की तुलना में अप्रैल 2020 तक 5.3 मिलियन निवेशकों को जोड़ा है और यह आंकड़ा न्यूजीलैंड की लगभग पूरी आबादी के बराबर है। नए निवेशकों के जुड़ने के साथ ही नए डीमैट खाते खोले गए हैं। इसका उद्देश्‍य है कि इलेक्ट्रॉनिक साधनों का उपयोग कर निवेशकों को सुविधा प्रदान की जा सके। एक डीमैट अकाउंट की सहायता से ट्रेडिंग बेहद आसानी से, तेज और अधिक सुरक्षित तरीके से की जा सकती है और आप निवेश और शेयरों की निगरानी भी सुनिश्चित कर सकते हैं।

सेक्‍टोरल रीफॉर्म्‍स को अपनाने का है अवसर
चालू वर्ष 2020 में महामारी एक कहर बनकर आई और आज दुनिया का कोई देश ऐसा नहीं है जो इससे प्रभावित नहीं हुआ हो। इस तरह के व्यवधान अर्थव्यवस्थाओं को इस बात के लिए मजबूर करते हैं कि वे अपनी स्थिति के बारे में नए सिरे से विचार करें और साथ ही निवेशकों को भी अपने निवेश और निवेश करने के तरीकों पर एक बार फिर विचार करने पर मजबूर होना पड़ता है। इसमें कोई संदेह नहीं कि इस तरह के कठिन समय से निपटने के लिए हमें अपनी प्राथमिकताओं पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता होती है, लेकिन अक्सर यह लंबे समय तक सेक्टोरल रीफॉर्म्‍स को अपनाने का अवसर भी प्रदान करता है।

डीमैट खाते पर आपको मिलती हैं ये सुविधाएं
वर्तमान समय में एक डीमैट खाता किसी भी निवेशक को अपने घर के आराम से निवेश और लेनदेन का प्रबंधन करने में सक्षम बनाता है। इसके अतिरिक्त, निवेशकों के डेटा और विनियमों और वैधानिक अनुपालन के लिए अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था भी होती है और इस तरह डीमैट खाता निवेश करने के लिए एक सुरक्षित विकल्प बनकर सामने आता है। डीमैट खातों में प्रमाणीकरण संबंधी विशेषताएं भी होती हैं जो एक सुरक्षित और बेहतर विकल्प के रूप में कार्य करती हैं और कागजी तौर पर शेयरहोल्डिंग से जुड़े चोरी, नुकसान या क्षति के रूप में सामने आने वाले जोखिम को खत्म करती हैं। सब कुछ डिजिटल प्रारूप में ऑनलाइन संचालित किया जाता है और इसीलिए डीमैट खाता बेहद सुविधाजनक और कम समय लेने वाला है।

अपने निवेश की कर सकते हैं निगरानी
एक डीमैट खाता निवेशकों की परेशानियों को दूर करता है और उन्हें एक ही खाते में कई प्रतिभूतियों को संरक्षित करने की अनुमति देता है। इससे एक छत के नीचे सभी वित्तीय उत्पादों पर नजर रखना आसान हो जाता है। चूंकि डीमैट खाते इलेक्ट्रॉनिक रूप से संचालित किए जा सकते हैं, इसलिए उनके साथ निवेशकों को क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है अनेक विकल्प मिलते हैं। इसका तात्पर्य यह है कि आप कहीं से भी अपने निवेश की निगरानी कर सकते हैं। वर्तमान चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, भौतिक दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है और डीमैट खाते के साथ, आपको आवश्यक रूप से कंप्यूटर के सामने बैठना नहीं है और लैपटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट या अन्य ऐसे स्मार्ट उपकरणों का उपयोग करके आप अपने निवेश तक पहुंच सकते हैं।
ऑनलाइन लेनदेन करने के अलावा, निवेशक नामांकन के रिकॉर्ड को अपडेट कर सकता है और बैंक और अन्य व्यक्तिगत विवरणों को भी अपडेट किया जा सकता है। साथ ही, प्रत्येक लेनदेन के लिए ईमेल और एसएमएस अलर्ट निवेशकों को भेजे जाते हैं जो सुरक्षा और डीमैट खाते की निर्भरता को बढ़ाते हैं।

डीमैट का लाभ उठाने के लिए अपना ईमेल और मोबाइल नंबर रखें अपडेट
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि डीमैट खाते के लिए पंजीकृत ईमेल पते और मोबाइल नंबर का उपयोग विभिन्न सत्यापन उद्देश्यों, महत्वपूर्ण अपडेट और खाते को रीस्टोर करने के लिए किया जाता है। इसलिए डीमैट खाते की सभी सुविधाओं तक पहुंचने के लिए ईमेल पते और मोबाइल नंबर को अपडेट करना भी महत्वपूर्ण है। इस प्रकार, डीमैट खाते निवेश को प्रबंधित करने के लिए सरल, तेज और सुविधाजनक तरीके से आपका साथ निभाते हैं। यह आपके सभी शेयरों, म्यूचुअल फंडों और अन्य संबंधित निवेशों को एक स्थान पर जोड़ता है।

डीमैट खातों ने त्वरित और सरलीकृत विधियों को अपनाया है और इस तरह समय लेने वाली प्रक्रियाओं को दूर किया है। संक्षेप में कहें तो डीमैट खाता ट्रेडिंग में आसानी के साथ-साथ निवेश के पेपरलेस मैनेजमेंट को संभव बनाता है और इसमें पूरी पारदर्शिता भी रहती है।

आसानी से अपने निवेश का कर सकते हैं प्रबंधन
जब हम ऑनलाइन सुविधाजनक, भरोसेमंद और सुरक्षित प्रौद्योगिकी के माध्यम से निवेश प्रबंधन के बारे में बात करते हैं, तो इस महामारी के दौरान निश्चित तौर पर एक डीमैट खाते को ही सर्वाधिक महत्व दिया जाता है। एक डीमैट खाता निवेश को प्रबंधित करने के लिए एक आसान और समय की बचत करने के साथ अनुकूल और सुरक्षित दृष्टिकोण प्रदान करता है। इस तरह हम वित्तीय नियोजन के लिए एक सरल, सहज और भरोसेमंद चैनल के रूप में डीमैट खाते को अपना सकते हैं।

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