2020 के अंत में बोर्ड पर लाए जाने के बाद, मेरी कार्यकारी टीम और बोर्ड के साथ साझेदारी में, मैंने कंपनी को स्केल करने और विविधता लाने के लिए दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प एक आक्रामक रणनीति विकसित की। हम बहुत हद तक ट्रैक पर थे, जिसने संस्थापकों के कार्यों को मेरे लिए और भी भ्रमित कर दिया। मैं ईमानदारी से सोचता हूं कि मेरी टीम और मैंने कितना भी अच्छा काम किया हो, संस्थापकों को हमेशा कंपनी के दिन-प्रतिदिन के संचालन में खुद को फिर से स्थापित करने का एक तरीका मिल जाएगा।संस्थापकों और बोर्ड के निर्देश पर, मैंने कंपनी द्वारा आवश्यकतानुसार कई बार स्थानांतरित करने के लिए अपना जीवन दांव पर लगा दिया। मैं निराश हूं कि यह इस बिंदु पर पहुंच गया है कि कानूनी कार्यवाही आवश्यक है, लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है।
CBSE Class 6 Hindi Grammar विराम-चिह्न
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CBSE Class 6 Hindi Grammar विराम-चिह्न
विराम शब्द का अर्थ है – रुकना या ठहरना।
वाक्यों के बीच-बीच में थोड़ी देर के लिए रुकने का संकेत करने वाले चिह्नों को विराम-चिह्न कहते हैं।
हिंदी में प्रयोग किए जाने वाले प्रमुख विराम-चिह्न निम्नलिखित हैं
नाम | चिह्न |
1. पूर्ण विराम 2. अल्प विराम 3. अर्ध विराम 4. प्रश्नवाचक चिह्न 5. विस्मयवाचक चिह्न 6. योजक या विभाजक 7. निर्देशन डैस 8. उद्धरण चिह्न 9. विवरण चिह्न 10. कोष्ठक 11. हँसपद/त्रुटिपूरक 12. लाघव चिह्न | ( | ) ( , ) ( ; ) ( ? ) ( ! ) ( – ) ( _ ) (“…”) (:-) [ ] ( ) ( λ) ( ° ) |
1. पूर्ण विराम ( । ) – पूर्ण विराम वाक्य के अंत में लगाया जाता है। जब वाक्य पूरा होता है, तब इसका प्रयोग करते हैं। जैसे
- पक्षी दाना चुग रहे हैं।
- सूर्योदय हो रहा है।
2. अल्प विराम ( , ) – अल्प विराम का अर्थ है-थोड़ा विराम। जब पूर्ण विराम से कम समय के लिए वाक्य के बीच में रुकना पड़े, तो अल्पविराम चिह्न का प्रयोग किया दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प जाता है; जैसे- भारत में गेहूँ, चना, बाजरा, मक्का, आदि बहुत सी फ़सलें उगाई जाती हैं।
3. अर्ध विराम ( ; ) – वाक्य लिखते या बोलते समय, एक बड़े वाक्य में एक से अधिक छोटे वाक्यों को जोड़ने के लिए अर्धविराम का प्रयोग किया जाता है; जैसे—निरंतर प्रयत्नशील रहो; रुकना कायरता है।
4. प्रश्नवाचक चिह्न ( ? ) – बातचीत के दौरान जब किसी से कोई बात पूछी जाती है अथवा कोई प्रश्न पूछा जाता है, तब वाक्य के अंत में प्रश्नसूचक चिह्न का प्रयोग किया जाता है; जैसे
- आपका क्या नाम है?
- तुमने क्या कहा है?
5. विस्मयाधिबोधक चिह्न ( ! ) – विस्मयः आश्चर्य, शोक, हर्ष आदि भावों को प्रकट करने वाले शब्दों को विस्मयादि बोधक चिह्न कहते हैं।
- वाह! हम यह मैच भी जीत गए।
- छिः यहाँ इतनी गंदगी क्यों है?
6. योजक या विभाजक चिह्न ( – ) – दो शब्दों को जोड़ने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है; जैसे-छोटा-बड़ा, रात-दिन, धीरे-धीरे। उदाहरण-जीवन में सुख-दुख तो चलता ही दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प रहता है।
7. निर्देशक (डैश) चिह्न ( _ ) – कोई भी निर्देश अथवा सूचना देने वाले वाक्य के बाद निर्देशक-चिह्न का प्रयोग किया जाता है, जैसे-नेहा ने कहा-मैं कल जाऊँगी।
8. उद्धरण चिह्न (“…..”) (‘ ‘) – उद्धरण चिह्न दो प्रकार के होते हैं- एकहरे (‘ ‘) तथा दोहरे (” “) एकहरे उद्धरण चिह्न का प्रयोग किसी विशेष व्यक्ति, ग्रंथ, उपनाम आदि को प्रकट करने के लिए किया जाता है; जैसे
- रामचरित मानस’ तुलसीदस द्वारा रचित ग्रंथ है।
- रामधारी सिंह ‘दिनकर’ महान कवि थे।
दोहरा उद्धरण चिह्न (” “) – इस चिह्न का प्रयोग किसी के द्वारा कही गई बात अथवा कथन को ज्यों-का-त्यों दिखाने के लिए किया जाता है; जैसे
- महात्मा गांधी ने कहा, “सत्य ही ईश्वर है।”
- लोकमान्य तिलक ने कहा था, “स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।”
9. विवरण चिह्न (:-) – इसका प्रयोग निर्देश देने के लिए होता है या किसी विषय का विवरण देने के लिए। जैसे कारक के आठ भेद हैं:
10. कोष्ठक – वाक्य के बीच में आए शब्दों अथवा पदों का अर्थ स्पष्ट करने के लिए कोष्ठक का प्रयोग किया जाता है; जैसे कालिदास (संस्कृत के महाकवि) को सभी जानते हैं।
11. त्रुटिपूरक चिह्न (λ) – हँसपद-लिखते समय जब कोई अंश शेष रह जाता है तो इस चिह्न को लगाकर उस शब्द को ऊपर . लिख दिया जाता है; जैसे
- बगीचे में λ फूल खिले हैं
- मैंने λ तुमसे पहले λ ही कह दिया था।
12. लाघव चिह्न (०) – किसी बड़े अंश का संक्षिप्त रूप लिखने के लिए इस चिह्न का प्रयोग किया जाता है; जैसे मेंबर ऑफ पार्लियामेंट- एमपी, डॉक्टर-डॉ., अर्जित अवकाश-अ००।
बहुविकल्पी प्रश्न
1. (,) इस चिह्न को कहते हैं
(i) पूर्ण विराम
(ii) प्रश्नसूचक
(iii) अल्पविराम
(iv) इनमें से कोई नहीं
3. वाक्य के पूर्ण होने पर लगाया जाने वाले चिह्न कहलाता है
(i) अल्पविराम
(ii) पूर्णविराम
(iii) विस्मयादि सूचक
(iv) प्रश्नसूचक
4. ( .) इस चिह्न को कहते हैं?
(i) योजक चिह्न
(ii) लाघव चिह्न
(iii) पूर्णविराम चिह्न
(iv) इनमें कोई नहीं
5. (|^) चिह्न को कहते हैं।
(i) अर्ध विराम चिह्न
(ii) पूर्णविराम चिह्न
(iii) लाघव चिह्न
(iv) त्रुटि चिह्न
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CBSE Class 6 Hindi Grammar विराम-चिह्न
विराम शब्द का अर्थ है – रुकना या ठहरना।
वाक्यों के बीच-बीच में थोड़ी देर के लिए रुकने का संकेत करने वाले चिह्नों को विराम-चिह्न कहते हैं।
हिंदी में प्रयोग किए जाने वाले प्रमुख विराम-चिह्न निम्नलिखित हैं
नाम | चिह्न |
1. पूर्ण विराम 2. अल्प विराम 3. अर्ध विराम 4. प्रश्नवाचक चिह्न 5. विस्मयवाचक चिह्न 6. योजक या विभाजक 7. निर्देशन डैस 8. उद्धरण चिह्न 9. विवरण चिह्न 10. कोष्ठक 11. हँसपद/त्रुटिपूरक 12. लाघव चिह्न | ( | ) ( , ) ( ; ) ( ? ) ( ! ) ( – ) ( _ ) (“…”) (:-) [ ] ( ) ( λ) ( ° ) |
1. पूर्ण विराम ( । ) – पूर्ण विराम वाक्य के अंत में लगाया जाता है। जब वाक्य पूरा होता है, तब इसका प्रयोग करते हैं। जैसे
- पक्षी दाना चुग रहे हैं।
- सूर्योदय हो रहा है।
2. अल्प विराम ( , ) – अल्प विराम का अर्थ है-थोड़ा विराम। जब पूर्ण विराम से कम समय के लिए वाक्य के बीच में रुकना पड़े, तो अल्पविराम चिह्न का प्रयोग किया दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प जाता है; जैसे- भारत में गेहूँ, चना, बाजरा, मक्का, आदि बहुत सी फ़सलें उगाई जाती हैं।
3. अर्ध विराम ( ; ) – वाक्य लिखते या बोलते समय, एक बड़े वाक्य में एक से अधिक छोटे वाक्यों को जोड़ने के लिए अर्धविराम का प्रयोग किया जाता है; जैसे—निरंतर प्रयत्नशील रहो; रुकना कायरता है।
4. प्रश्नवाचक चिह्न ( ? ) – बातचीत के दौरान जब किसी से कोई बात पूछी जाती है अथवा कोई प्रश्न पूछा जाता है, तब वाक्य के अंत में प्रश्नसूचक चिह्न का प्रयोग किया जाता है; जैसे
- आपका क्या नाम है?
- तुमने क्या कहा है?
5. विस्मयाधिबोधक चिह्न ( ! ) – विस्मयः आश्चर्य, शोक, हर्ष आदि भावों को प्रकट करने वाले शब्दों को विस्मयादि बोधक चिह्न कहते हैं।
- वाह! हम यह मैच भी जीत गए।
- छिः यहाँ इतनी गंदगी क्यों है?
6. योजक या विभाजक चिह्न ( – ) – दो शब्दों को जोड़ने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है; जैसे-छोटा-बड़ा, रात-दिन, धीरे-धीरे। उदाहरण-जीवन में सुख-दुख तो चलता ही रहता है।
7. निर्देशक (डैश) चिह्न ( _ ) – कोई भी निर्देश अथवा सूचना देने वाले वाक्य के बाद निर्देशक-चिह्न का प्रयोग किया जाता है, जैसे-नेहा ने कहा-मैं कल जाऊँगी।
8. उद्धरण चिह्न (“…..”) (‘ ‘) – उद्धरण चिह्न दो प्रकार के होते हैं- एकहरे (‘ ‘) तथा दोहरे (” “) एकहरे उद्धरण चिह्न का प्रयोग किसी विशेष व्यक्ति, ग्रंथ, उपनाम आदि को प्रकट करने के लिए दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प किया जाता है; जैसे
- रामचरित मानस’ तुलसीदस द्वारा रचित ग्रंथ है।
- रामधारी सिंह ‘दिनकर’ महान कवि थे।
दोहरा उद्धरण चिह्न (” “) – इस चिह्न का प्रयोग किसी के द्वारा कही गई बात अथवा कथन को ज्यों-का-त्यों दिखाने के लिए किया जाता है; जैसे
- महात्मा गांधी ने कहा, “सत्य ही ईश्वर है।”
- लोकमान्य तिलक ने कहा था, “स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है।”
9. विवरण चिह्न (:-) – इसका प्रयोग निर्देश देने के लिए होता है या किसी विषय का विवरण देने के लिए। जैसे कारक के आठ भेद हैं:
10. कोष्ठक – वाक्य दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प के बीच में आए शब्दों अथवा पदों का अर्थ स्पष्ट करने के लिए कोष्ठक का प्रयोग किया जाता है; जैसे कालिदास (संस्कृत के महाकवि) को सभी जानते हैं।
11. त्रुटिपूरक चिह्न (λ) – हँसपद-लिखते समय जब कोई अंश शेष रह जाता है तो इस चिह्न को लगाकर उस शब्द को ऊपर . लिख दिया जाता है; जैसे
- बगीचे में λ फूल खिले हैं
- मैंने λ तुमसे पहले λ ही कह दिया था।
12. लाघव चिह्न (०) – किसी बड़े अंश का संक्षिप्त रूप लिखने के लिए इस चिह्न का प्रयोग किया जाता है; जैसे मेंबर ऑफ पार्लियामेंट- एमपी, डॉक्टर-डॉ., अर्जित अवकाश-अ००।
बहुविकल्पी प्रश्न
1. (,) इस चिह्न को कहते हैं
(i) पूर्ण विराम
(ii) प्रश्नसूचक
(iii) अल्पविराम
(iv) इनमें से कोई नहीं
3. वाक्य के दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प पूर्ण होने पर लगाया जाने वाले चिह्न कहलाता है
(i) अल्पविराम
(ii) पूर्णविराम
(iii) विस्मयादि सूचक
(iv) प्रश्नसूचक
4. ( .) इस चिह्न को कहते हैं?
(i) योजक चिह्न
(ii) लाघव चिह्न
(iii) पूर्णविराम चिह्न
(iv) इनमें कोई नहीं
5. (|^) चिह्न को कहते हैं।
(i) अर्ध विराम चिह्न
(ii) पूर्णविराम चिह्न
(iii) लाघव चिह्न
(iv) त्रुटि चिह्न
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PAK vs ENG LIVE SCORE: इंगलैंड ने किया पाकिस्तान का घर में घुसकर सुपडा साफ, 3 -0 से रौंदकर किया WTC में बडा उलटफेर
क्रिकेट न्यूज डेस्क।। इंग्लैंड को चौथे दिन का टेस्ट मैच जीतने के लिए सिर्फ 55 रनों की जरूरत है। अबरार अहमद द्वारा ज़क क्रॉली को 41 रन पर आउट करने से पहले मेहमान सलामी बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। बेन डकेट ने ताबड़तोड़ 50 रन बनाए। रेहान अहमद, जिन्होंने पहले पांच विकेट लिए थे पदार्पण पर हॉल भी बेन स्टोक्स के डकेट से जुड़ने से पहले ही आउट हो गए थे। इंग्लैंड पहले से ही 2-0 से आगे चल रहा है और पाकिस्तान लौटने पर 3-0 का ऐतिहासिक वाइटवॉश पूरा कर सकता है।
ओली रॉबिन्सन और मार्क वुड ने आगंतुकों को शीर्ष पर रखने के लिए मूल्यवान कैमियो के साथ छलाँग लगाई। पाकिस्तान अब एक बड़ा टोटल लगाने और इंग्लैंड के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करने का लक्ष्य रखेगा। अब्दुल्ला शफीक और शान मसूद ने 21/0 पर दिन समाप्त करने के लिए अंत में 9 ओवर बल्लेबाजी की।
बेन डकेट (4) और ओली पोप (3) की एक साथ बल्लेबाजी से इंग्लैंड स्टंप्स तक 7-1 से आगे था, अबरार अहमद के शुरुआती ओवर में ज़क क्रॉली विकेट के सामने फंस गए थे। पाकिस्तान, जो पहले ही रावलपिंडी और मुल्तान में हार के साथ श्रृंखला हार चुका है, ने टॉस जीता और दूसरे पर पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुनासपाट ट्रैक।
लेकिन मेजबान टीम को इंग्लैंड ने हिलाकर रख दिया, जिसने क्लीन स्वीप के लिए अपनी बोली में पहले सत्र में जल्दी बढ़त बना ली। स्पिनर जैक लीच (4-140) ने सबसे पहले नई गेंद से दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प अब्दुल्ला शफीक को आउट किया और तेज गेंदबाज मार्क वुड की गेंद पर शान मसूद को वापस भेजने वाले कैच को 13 ओवर के अंदर 46-2 पर पाकिस्तान छोड़ दिया, इससे पहले अजहर अली ने जहाज को खड़ा किया।
शीर्ष क्रम के बल्लेबाज, कराची टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करने के लिए एक अंतिम उपस्थिति के लिए वापस बुलाए गए, लंच के स्ट्रोक पर गिरने से पहले बाबर की कंपनी में धाराप्रवाह 45 रन बनाए। इसके बाद इंग्लैंड आक्रमण पर चला गया और 18 वर्षीय नवोदित हरफनमौला रेहान अहमद - जो उनके सबसे कम उम्र के पुरुष टेस्ट क्रिकेटर बने - ने सऊद शकील को 23 रन पर अपने पहले विकेट के लिए कैच कराया।
बिटमेक्स गलत समाप्ति मुकदमे पर विवरण के साथ अलेक्जेंडर होप्टनर
बिटमेक्स के पूर्व प्रमुख अलेक्जेंडर होप्टनर ने समझौते के उल्लंघन और गलत तरीके से बर्खास्तगी के लिए अपने पूर्व नियोक्ता पर 3.4 मिलियन डॉलर का दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प मुकदमा दायर किया है। इसमें उनके दूसरे वर्ष के बोनस के लिए $2.4 मिलियन और शेष मजदूरी, स्थानांतरण व्यय और आवास के लिए छोटी राशि शामिल है।
होप्टनर के कानूनी प्रतिनिधियों – केल्विन चिया पार्टनरशिप – द्वारा सिंगापुर के उच्च न्यायालय के साथ दायर किया गया दावा, बिटमेक्स पर वेतन और बोनस के भुगतान से बचने के लिए उसके खिलाफ “आधारहीन” आंतरिक जांच करने का आरोप लगाता है।
- विचाराधीन जांच मुख्य रूप से हांगकांग, सिंगापुर और जर्मनी में उसके कई स्थानांतरणों के आसपास केंद्रित है।
- अपदस्थ सीईओ ने कहा कि उन पर कंपनी के धन की हेराफेरी का आरोप लगाया गया था। फाइलिंग में कहा गया है,
“दावेदार के स्थानांतरण और/या उसके संबंध में एचडीआर समूह द्वारा वहन की जाने वाली लागतों के संबंध में कोई आपत्तियां और/या चिंताएं नहीं उठाई गई थीं।”
- हालाँकि, होप्टनर को बिटमेक्स द्वारा सूचित किया गया था कि कंपनी “व्यापक लागत में कटौती और पुनर्गठन कार्यक्रम जिसमें कई छंटनी शामिल थी” के परिणामस्वरूप अपने दूसरे वर्ष के बोनस का भुगतान नहीं कर सकती है या अपने स्थानांतरण के लिए प्रतिपूर्ति नहीं कर सकती है।
- हालांकि, कोर्ट फाइलिंग के अनुसार, बिटमेक्स के सह-संस्थापक आर्थर हेस और सैमुअल रीड ने कथित तौर पर सितंबर के अंत में अपने खर्चों की जांच शुरू की।
- अगले महीने, डेरिवेटिव प्लेटफॉर्म ने जांच का हवाला देते हुए एक पत्र में उनकी बर्खास्तगी के निष्पादन को सूचित किया, जिसमें उन पर “हांगकांग से जर्मनी में अपने व्यक्तिगत और अनधिकृत स्थानांतरण को निधि देने के लिए समूह के कुछ $ 230,000 का बेईमानी से दुरुपयोग करने” का आरोप लगाया गया था।
- इन आरोपों ने होप्टनर को किसी और भुगतान के हकदार होने से रोक दिया।
- पहले यह बताया गया था कि हेस की जगह लेने के बाद दो साल से भी कम समय में कार्यकारी ने सीईओ के रूप में पद छोड़ दिया। उनकी भूमिका बाद में स्टीफ़न लुत्ज़ द्वारा भरी गई थी।
- क्रिप्टो आलू पूर्व कार्यकारी की ओर से टिप्पणी प्राप्त:
2020 के अंत में बोर्ड पर लाए जाने के बाद, मेरी कार्यकारी टीम और बोर्ड के साथ साझेदारी में, मैंने कंपनी को स्केल करने और विविधता लाने के लिए एक आक्रामक रणनीति विकसित की। हम बहुत हद तक ट्रैक पर थे, जिसने संस्थापकों के कार्यों को मेरे लिए और भी भ्रमित कर दिया। मैं ईमानदारी से सोचता हूं कि मेरी टीम और मैंने कितना भी अच्छा काम किया हो, संस्थापकों को हमेशा कंपनी के दिन-प्रतिदिन के संचालन में खुद को फिर से स्थापित करने का एक तरीका मिल जाएगा।
संस्थापकों और बोर्ड के निर्देश पर, मैंने कंपनी द्वारा आवश्यकतानुसार कई बार स्थानांतरित करने के लिए अपना जीवन दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प दांव पर लगा दिया। मैं निराश हूं कि यह इस बिंदु पर पहुंच गया है कि कानूनी कार्यवाही आवश्यक है, लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है।
BitMEX गलत समाप्ति मुकदमे पर विवरण के साथ अलेक्जेंडर होप्टनर पोस्ट पहली बार CryptoPotato पर दिखाई दिया।
☀️मकर संक्रांति - Makar Sankranti
मकर संक्रांति त्यौहार, हिंदुओं के देव सूर्य को समर्पित है। जब सूर्य धनु से मकर राशि या दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर स्थानांतरित होता है, तब संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है। संक्रांति का मतलब है, सूरज का एक राशि से दूसरी राशि मे प्रवेश करना है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार बारह राशियां मानी गयी हैं: मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ और मीन, जनवरी महीने में प्रायः 14 तारीख को जब सूर्य धनु राशि से (दक्षिणायन) मकर राशि में प्रवेश कर उत्तरायण होता है तो मकर संक्रांति मनायी जाती है।
अधिकांश हिंदू त्यौहार चंद्रमा की स्थिति के अनुसार मनाये जाता हैं, लेकिन यह त्यौहार सूर्य के चारों तरफ प्रथ्वी के चक्र की स्थति के अनुसार मनाया जाता है। इसलिए हिंदू पंचांग के अनुसार कोई तय तिथि घोषित नहीं की जा सकती है।
मकर सर्दियों के मौसम का अंत माना जाता है, और सर्दियों की तुलना में, लम्बे दिनों की शुरुआत होजाती है। इस त्यौहार पर लोग सूर्य की प्रार्थना करते हैं और आदि गुरु शंकराचार्य के अनुसार गांगजी, गंगा सागर, कुंभ और प्रयाग राज में स्नान करना चाहिए। परंपरा के अनुसार भक्त नदियों विशेषकर गंगा, यमुना, गोदावरी, कृष्णा और कावेरी में डुबकी लगाते है। लोग व्रत स्नान के बाद अपनी क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ दान अवश्य करते हैं।
भारत के अलग-अलग हिस्से में मकर संक्रांति विभिन्न नामों के साथ मनाई जाती है, कर्नाटक में संक्रांति, तमिलनाडु और केरल में पोंगल, पंजाब और हरियाणा में माघी, गुजरात और राजस्थान में उत्तरायण एवं उत्तराखंड मे उत्तरायणी के नाम से जानी जाती है।
Makar Sankranti Special Tilgud Cake By Mum's Cuisine Sapana Jain
https://youtu.be/IC-pYxfXr5Y
संबंधित अन्य नाम | संकरात, पोंगल, उत्तरायण, माघे सङ्क्रान्ति, खिचड़ी पर्व |
सुरुआत तिथि | पौष / माघ (मकर संक्रांति) |
कारण | सूर्य धनु से मकर राशि या दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर स्थानांतरित होता है। |
उत्सव विधि | सूर्य भगवान की उपासना, तिल-गुड़ से बनी मिठाइयाँ, खिचड़ी, दान-दक्षिणा, गंगा स्नान, पवित्र नदियों मे स्नान, पतंगबाजी, मेला। |
यह भी जानें
Makar Sankranti in English
Makar Sankranti festival is dedicated to the Hindu god Surya. When Sun shifted from dahanu to makar rashi or dakshinayan to uttarayan.
मकर संक्रांति से जुड़ी पौराणिक कथाएं।
प्रसंग 1: चूंकि, शनिदेव मकर राशि के स्वामी हैं, कहा जाता है कि इस दिन भगवान सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने स्वयं उसके घर जाया करते हैं। अत: इस दिन को मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
प्रसंग 2: मकर संक्रांति के दिन ही गंगाजी भागीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में जा उनसे मिली थीं। यह भी कहा जाता है कि गंगा को धरती पर लाने वाले महाराज भगीरथ ने अपने पूर्वजों के लिए इस दिन तर्पण किया था। उनका तर्पण स्वीकार करने के बाद इस दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प दिन गंगा समुद्र में जाकर मिल गई थी। इसलिए मकर संक्रांति पर गंगा सागर में मेला लगता है।
प्रसंग 3: महाभारत के महान योद्धा भीष्म पितामह ने अपनी देह त्यागने के लिए , सूर्य के मकर राशि मे आजाने तक इंतजार किया था।
प्रसंग 4: इस दिन भगवान विष्णु ने असुरों का अंत कर युद्ध समाप्ति की घोषणा की एवं सभी असुरों के सिरों को मंदार पर्वत के नीचे दबा दिया था। इस प्रकार यह दिन बुराइयों और नकारात्मकता के अंत का दिन भी माना जाता है।
प्रसंग 5: माता यशोदा ने जब कृष्ण जन्म के लिए व्रत किया था तब सूर्य देवता उत्तरायण काल में पदार्पण कर रहे थे और उस दिन मकर संक्रांति थी। माना जाता उसी दिन से मकर संक्रांति व्रत का प्रचलन सुरू हुआ।
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